- August 25, 2015
तीन वर्षों में सभी किसानों को सॉयल हैल्थ कार्ड – कृषि मंत्री
जयपुर – कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने कहा है कि आगामी तीन साल में प्रत्येक किसान को सॉयल हैल्थ कार्ड प्रदान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से आगामी तीन वर्षों में राज्य की समस्त 68.88 लाख कृषि जोत को सॉयल हैल्थकार्ड उपलब्ध करा दिए जाएंगे। जिसमें वार्षिक आधार पर 9.70 लाख मृदा नमूनों की जांच कर लगभग 23 लाख कार्ड दिए जाने प्रस्तावित हैं।
श्री सैनी सोमवार को उदयपुर में राज्य कृषि प्रबंध संस्थान द्वारा सॉयल हेल्थ कार्ड स्कीम पर आयोजित राष्टीय कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि सिंचित क्षेत्रों में 2.50 हेक्टेयर इकाई क्षेत्र से और असिंचित क्षेत्रों में 10 हेक्टेयर इकाई क्षेत्र से मिट्टी का नमूना लिया जाएगा। इस तरह जांच के आधार पर नमूना इकाई क्षेत्र में आने वाली कृषि जोतों के समस्त किसानों को सॉयल हैल्थ कार्ड दे दिया जाएगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि राजस्थान सॉयल हैल्थ कार्ड स्कीम पर बहुत तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने अपने वर्ष 2014-15 के बजट भाषण में राज्य में 55 मृदा परीक्षण प्रयोगशालएं स्थापित करने की घोषणा की थी। उन पर काम शुरू हो गया है, इन प्रयोगशालाओं के बनने के बाद राजस्थान में 113 मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं हो जाएंगी। इसके बाद राज्य में सॉयल हैल्थ कार्ड बनाने का काम और तेजी से हो सकेगा।
कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि सॉयल हैल्थ कार्ड मिट्टी की जांच रिपोर्ट एवं फसलों में खाद और उर्वरकों की सिफारिश का एक सूचना पत्रक है। इसमें किसान की सामान्य जानकारी, खेत की पहचान, जांच के परिणाम और विभिन्न फसलों में देशी खाद व उर्वरक की सिफारिश अंकित होती है।
खाद्यान्नों में कम हो रहे पोषक तत्व चिंता का विषय
कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि अनाज, फल और सब्जियों की गुणवत्ता और पोषक तत्वों में कमी आना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि हमें उत्पादन बढ़ाने के साथ खाद्यान्नों की गुणवत्ता बढ़ाने पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अगर हमने इस दिशा में काम नहीं किया तो, इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह चिंता की बात है कि हमारा देश डायबिटीज की राजधानी बनता जा रहा है, मानव स्वास्थ्य का मेटाबॉलिज्म स्तर बिगड़ रहा है। ऐसे में खेती में उवर्रकों और कीटनाशकों के अधांधुंध प्रयोग को रोकना होगा। इनके बेतहाशा प्रयोग से जमीन की उर्वरक क्षमता कम होती जा रही है और हमारे
मित्र कीट कम हो रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप जमीन अपनी उर्वरता खोती जा रही है और खाद्यान्नों की गुणवत्ता में गिरावट आ रही है।
जैतून के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम के लिए राज्य को मिलेगा अन्तरराष्टीय पुरस्कार
कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने बताया कि राज्य में जैतून की खेती सफलता पूर्वक करने पर राजस्थान ऑलिव कल्टीवेशन लिमिटेड को लंदन में 22 नवम्बर, 2015 को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जैतून की खेती करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है। साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी की राजस्थान का जैतून तेल अन्तरराष्टीय मानकों पर खरा उतरा है। जैतून की खेती के रूप में किए गए नवाचार को अन्तरराष्टीय स्तर पर सराहा जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी वर्षों में जैतून के क्षेत्रफल को बढ़ाकर 5 हजार हेक्टेयर में किया जाएगा।
इस अवसर पर उदयपुर सांसद श्री अर्जुन लाल मीणा, संभागीय आयुक्त श्री भवानी सिंह देथा, राज्य कृषि प्रबंध संस्थान के निदेशक श्री शीतल प्रसाद शर्मा सहित देश के विभिन्न हिस्सों से आए कृषि अधिकारी और वैज्ञानिक उपस्थित थे।
महाराणा प्रताप कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की कई इकाईयों का किया निरीक्षण
कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने महाराणा प्रताप कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में देशी जीन बैंक, इन्सेक्ट बायो सिस्टेमेटिक रेफरेंस कलेक्शन चैम्बर, जैविक खेती नेटवर्क परियोजना, हैचरी यूनिट का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में शेडनेट हाउस मे हो रही खेती का भी जायजा लिया।
सर्किट हाउस में ली विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक
कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने सर्किट हाउस में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य, डेयरी और कृषि विपणन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को समय पर लक्ष्य पूरे करने और निष्ठा से काम करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने विभागीय अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि अगर उनको जिम्मेदारी निर्वहन में किसी भी तरह की कोताही बरती गई, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कृषि मंत्री ने आश्रित परिवारजनों को बांटी 8 लाख 25 हजार रुपए की सहायता
कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने राजीव गांधी कृषि साथी योजना के तहत कृषि कार्य करते हुए या मण्डी में माल ले जाते हुए दुर्घटना के शिकार हुए लोगों के आश्रितों को आठ लाख 25 हजार रुपए के चैक वितरित किए। उन्होंने श्रीमती एजन बाई, श्रीमती सूरज देवी, श्री हरी राम तेली, श्रीमती दौली मीणा को दो-दो लाख रुपए और मोहन लाल गमेती को 25 हजार रुपए का चैक सहायता स्वरूप सौंपा। इस अवसर पर उनके साथ मंडी सचिव श्री भगवान सहाय जाटवा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।