ताप विद्युत उत्पादन में बढ़ोतरी की योजना

ताप विद्युत उत्पादन में बढ़ोतरी की योजना

वर्ष 2014-15 में देश में ताप ऊर्जा से विद्युत उत्पादन 878.32 बीयू रहा, जबकि वर्ष 2013-14 में यह 792.47 बीयू था। इस तरह विद्युत उत्पादन में 10.83 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई। यह जानकारी राज्‍यसभा में विद्युत, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल ने एक लिखित उत्‍तर में दी। देश में ताप ऊर्जा से विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार निम्न कदम उठा रही है।

I. माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा कोयला खंडों के निरस्त किये गये नीलामी/आवंटन को पुनः आवंटित किया जा रहा है। इससे देश में ताप ऊर्जा के उत्पादन में वृद्धि होगी।

II. गैस आपूर्ति की कमी से जुझ रही विद्युत परियोजनाओं के लिए सरकार ने ई-बोली प्रक्रिया के माध्यम से एक आयातित आरएलएनजी की नई योजना शुरू की है, जिसमें विद्युत उत्पादन संयंत्रों को गैस आपूर्ति की जाएगी। विद्युत प्रणाली विकास कोष की वित्तीय सहायता इस योजना में शामिल है।

III. विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए आर्थिक रूप से किफायती विकल्पों पर विचार करते हुए पुरानी और कमजोर पड़ चुकी उत्पादन इकाइयों का नवीनीकरण आधुनिकीकरण और जीवन विस्तार किया जाएगा। 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान इस तरह की 70 ताप विद्युत उत्पादन इकाइयों को चुना गया। जिनमें से 65 इकाइयों के जीवन विस्तार द्वारा 12066 मेगावाट विद्युत उत्पादन तथा नवीनीकरण आधुनिकीकरण द्वारा 17301 मेगावाट विद्युत उत्पादन में सहायता मिलेगी।

IV. विद्युत उत्पादन के अधिकतम उपयोग के लिए राज्य में और अन्य राज्यों तथा अंतर क्षेत्रीय सहयोग से पारेषण क्षमता को मजबूत बनाना।

V. वर्तमान उत्पादन क्षमता के अधिकतम इस्तेमाल के लिए पन विद्युत, ताप विद्युत, परमाणु और गैस आधारित विद्युत उत्पादन स्टेशनों के बीच सहयोग स्थापित करना।

श्री गोयल ने कहा कि मांग और आपूर्ति के बीच अंतर को कम करने के लिए 12वीं योजना के दौरान 88,537 मेगावाट अतिरिक्त उत्पादन की योजना भी तैयार की गई है। इसके अलावा नवीकरणीय स्रोतों से 30,000 मेगावाट उत्‍पादन की योजना है।

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