- May 6, 2016
ड्रग हैंडलर, कैरिअर के ठिकानों पर निरंतर छापेमारी के निर्देश :- उपायुक्त अनिता यादव
झज्जर, 06 मई। उपायुक्त अनिता यादव ने जिला स्तरीय ड्रग नियंत्रण कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि नशा मुक्ति अभियान में और तेजी लाए जाने की आवश्यकता है। उन्होने स्वास्थ्य विभागअधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ड्रग हैंडलर, कैरिअर और उनके संभावित ठिकानों पर निरंतर छापेमारी की जाए। इसके लिए जहां भी पुलिस प्रशासन की मदद की जरूरत है , वहां पुलिस की मदद ली जाए। सीएमओ एसआर सिवाच ने बैठक में बताया कि विभाग द्वारा हाल ही में कई संभावित स्थानों पर छापेमारी की गई थी और आरोपियों के विरूद्ध संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
उपायुक्त ने ड्रग के धंधे संल्पित रोड साइड ढ़ाबों, ड्रग हैँडलर और ड्रग कैरिअर की पहचान कर उनके ठिकानों पर छापेमारी की कारवाही अमल में लाने को कहा। उपायुक्त ने कहा कि ड्रग सामाजिक समस्या है, इस समस्या को खत्म करने के लिए समाज में जागरूकता भी जरूरी है। उन्होने कहा कि जागरूकता अभियान में गैर सरकारी संगठनों, समाज के प्रबुद्धजनों और संस्थाओं की भागीदारी भी सुनिश्वित की जाए।
उपायुक्त ने बैठक् में खादय सुरक्षा नियमों के तहत खाने की वस्तुओं मेंं मिलावट रोकने के लिए सैंपल लेने के आदेश दिए। उन्होने कटे हुए फल, सब्जी, खुले में रखे खादय पदार्थ बेचने वालों पर कानूनन कार्यवाही अमल में लाने को कहा। इस अवसर पर अजय चौपड़ा एसडीएम बेरी, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी विशाल कुमार, सीएमओ एसआर सिवाच, जिला समाज कल्याण अधिकारी जितेंद्र ढिल्लो सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।
अल्ट्रासाउंड सैंटर संचालकों पर कड़ी कार्रवाई ——- जिले के अल्ट्रासाउंड सैंटर संचालक निर्धारित नियमों की पालना करें अन्यथा नियमों की अवहेलना करने वालों पर पीएनडीटी एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह जानकारी पीएनडीटी सलाहकार समिति के सिविल सर्जन डा.एस.आर. सिवाच ने दी। वे बुधवार को झज्जर सिविल सर्जन कार्यालय में पीएनडीटी सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श कर रहे थे।
डा. सिवाच ने कहा कि जिले में पीएनडीटी एक्ट को प्रभावी ढंग से क्रियांवित करने के लिए समिति की ओर से कारगर कदम उठाए जाते हैं, इसी कड़ी मेें एक्ट की दृढ़ता से पालना सुनिश्चित करने के लिए समयानुसार अल्ट्रासाउंड सैंटर पर दबिश भी दी जाती है और नियमों की अवहेलना करने वाले संचालकों पर एक्ट के अनुरूप कार्रवाई की जाती है। उन्होंने समिति के सदस्यगण के साथ विचार विमर्श करते हुए बताया कि अब जिले के सभी अल्ट्रासाउंड सैंटर संचालक अल्ट्रासाउंड मशीन पर मेक इयर के साथ मशीन का माडल अंकित करवाना सुनिश्चित करेंगे।
समिति के सदस्यों ने कहा कि बिगड़ते लिंगानुपात से समाज का स्वरूप बेहद विकृत होता जा रहा है। ऐसे में समाज को अब इस विषय पर आगे आना चाहिए और जो भी गड़बड़ी करे या करने का प्रयास करे तो उसकी सूचना तुरंत प्रभाव से जिला सलाहकार समिति अथवा जिला प्रशासन तक पहुंचाए। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम मानवता से जुड़ा एक संवेदनशील कार्यक्रम है जिसमें जनभागीदारी बेहद जरूरी है।
समिति के नोडल अधिकारी ने बताया कि जिले में कहीं भी किसी भी क्षेत्र में भ्रूण हत्या करने अथवा अल्ट्रासाउंड सैंटर पर लिंग का पता बताने वालों की सूचना ग्राम पंचायत प्रतिनिधि, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर तथा एएनएस को भी दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों के प्रति समाज को अपनी मानसिकता बदलनी होगी और बेटा-बेटी के बीच के अंतर को समाप्त करना होगा। बैठक में झज्जर व बहादुरगढ़ शहर में स्थित निजी अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड मशीन सहित अन्य उपकरणों के स्थापन व रजिस्ट्रेशन संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
इस अवसर पर जिला सलाहकार समिति के सदस्य डा.कनिका, एडीए, डा.मुरारी लाल शर्मा, डा.संजीव हसीजा, समाजसेविका सुशीला राठी व सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सतीश कुमार सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।