- June 26, 2022
डिप्टी स्पीकर के नोटिस को शीर्ष अदालत में चुनौती
महाराष्ट्र का सियासी जंग अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। 16 बागी विधायकों ने डिप्टी स्पीकर के नोटिस को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है। विधायकों ने इस मामले में सोमवार को तत्काल सुनवाई की मांग की है।
शनिवार को डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने 16 विधायकों को सदस्यता रद्द करने का नोटिस भेजा था।
महाराष्ट्र का सियासी संकट दो बयानों के चलते और बढ़ गया है। पहला बयान संजय राउत का है। जिन्होंने कहा कि गुवाहाटी से सीधे 40 विधायकों के शव मुंबई आएंगे, जिन्हे पोस्टमॉर्टम के लिए विधानसभा भेजेंगे।
दूसरा बयान आदित्य ठाकरे का है। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को लेकर खुलासा किया। बोले कि एकनाथ शिंदे को 20 मई को ही मुख्यमंत्री बनने का ऑफर उद्धव जी की ओर से दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसके बाद भी बगावत की।
केंद्र ने दी 15 बागी विधायकों को CRPF की सुरक्षा
एकनाथ शिंदे के साथ गए शिवसेना के 15 बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने Y प्लस सुरक्षा दी है। अब इन्हें CRPF की सिक्योरिटी मुहैया कराई गई है। इन विधायकों के घरों पर भी CRPF तैनात कर दी गई है। विधायकों के घरों और दफ्तरों पर शिवसैनिकों के हमलों के बाद यह फैसला लिया गया है।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र के डीजीपी और मुंबई पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में कहा है कि विधायकों को उचित सुरक्षा मुहैया कराई जाए। उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को भी चिट्ठी लिखकर शिंदे गुट के विधायकों की सुरक्षा करने को कहा है। साथ ही कहा कि जरूरर पड़ने पर और केंद्रीय सुरक्षा बल मुहैया कराया जाए।