- August 16, 2018
टी.बी. उन्मूलन– 1 लाख 65 हजार मरीजों की टी.बी. स्क्रीनिंग – डा. राजिन्द्र
टी.बी. के मरीजों की जांच के लिए एक्टिव केस फांडिंग कैम्पेन की टीम को किया रवाना, मरीजों को प्रतिमाह 500 रुपये पौषाहार के दिए जाएंगे, टी.बी. किया जाएगा नि:शुल्क इलाज
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करनाल——– राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा टी.बी. उन्मूलन के लिए 2025 तक लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मरीजों की पहचान करने के लिए एक्टिव केस फांडिंग कैम्पेन के स्वास्थ्य विभाग की टीम को कार्यकारी सिविल सर्जन डा. राजिन्द्र द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि इस कैम्पेन के अंतर्गत करनाल जिले के 1 लाख 65 हजार लोगों की टी.बी. के लक्षण के लिए स्क्रीनिंग की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें हाई रिस्क एरिया में घर-घर जाकर टी.बी. की स्क्रीनिंग करेगी, यह अभियान 1 मास चलेगा। इस अभियान में 1 मरीज को खोजने पर और उसका इलाज शुरू करवाने पर टीम को 500 रुपये दिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा संदिग्ध मरीजों का बलगम का सैंपल मौके पर लिया जाएगा, टी.बी. पाए जाने पर मरीजों का नि:शुल्क इलाज करवाया जाएगा।
उप सिविल सर्जन (टी.बी.) डा. अंजू बाला ने जन साधारण से अपील की है कि यदि किसी व्यक्ति को 2 माह से ज्यादा खांसी हो, शाम के समय बुखार आता हो, खांसते समय बलगम में खून आता हो, छाती में दर्द होता हो या सांस फूलती हो, गर्दन या बगल में गांठे हों, भूख और वजन कम हो रहा हो ऐसी स्थिति में टी.बी. के लक्षण होते हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति लक्षणों को देखते हुए रोगों को न छुपाएं, नजदीक के अस्पताल में जाकर टी.बी. का नि:शुल्क इलाज करवाएं। उन्होंने कहा कि मरीजों को पौष्टिक आहार देने के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत प्रतिमाह 500 रुपये धनराशि दी जाती है।
इसका लाभ उठाने के लिए टी.बी. के मरीज को अपने आधार कार्ड व बैंक पास की फोटोप्रति देनी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि टी.बी. के बारे में और अधिक जानकारी के लिए 1800116666 टोल फ्री नम्बर पर मिस्ड कॉल करें।