• July 14, 2018

झज्जर का जन्म दिवस— पर्दा प्रथा से लेकर मेट्रों सफर,उपायुक्त सोनल गोयल की राह पर राहगिरी तक

झज्जर का जन्म दिवस— पर्दा प्रथा से लेकर मेट्रों सफर,उपायुक्त सोनल गोयल की राह पर राहगिरी तक

झज्जर——- आज झज्जर जिला अपनी 21वीं वर्ष गांठ मना रहा है। इन 21 सालों में झज्जर जिले का जहां आधारभूत ढांचागत विकास हुआ है वहीं रूढि़वादी सोच को दूर करते हुए सामाजिक बदलाव लाने में भी झज्जर जिले की जनता ने सरकार व प्रशासन की सहभागिता के साथ विकासोन्मुखी तरक्की की है। झज्जर को जिला बनने की वर्षगांठ पर उपायुक्त सोनल गोयल ने जिलावासियों को बधाई दी है।

उल्लेखनीय है कि 15 जुलाई 1997 को झज्जर उपमंडल जिला के रूप में अस्तित्व में आया था। इससे पूर्व झज्जर रोहतक जिले का हिस्सा था।

जिले की 21वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त सोनल गोयल ने कहा कि जिला बनने की यह वर्षगांठ जिले के सभी लोगों के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं चूंकि इस साल जिले में अनेक बड़ी महत्वाकांक्षी योजनाओं की सौगात लोगों को मिली है वहीं सामाजिक सुधार की दिशा में सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से लागू करने के साथ ही लिंगानुपात में अभूतपूर्व सुधार का गवाह यह साल बना है।

आने वाले समय के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ विकास योजनाएं झज्जर जिले में धरातल पर नजर आएंगी। झज्जर जिला निर्माण के 22 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है और निरंतर विकासात्मक बदलाव जिले के लोगों के सामने है।

उन्होंने कहा कि इन 21 वर्षों में झज्जर को विकास की अनेक परियोजनाएं मिली हैं।

जिले में ढांचागत विकास के साथ सामाजिक बदलाव भी आया :

झज्जर जिले की पहचान उसमें चल रहे मेगा प्रोजेक्ट के कारण पूरे प्रदेश में बनी है।

जिले के उपमंडल बहादुरगढ़ में हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व केंद्रीय शहरी आवास मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी की गरिमामयी उपस्थिति में मैट्रो सेवा की सौगात दी है।

मैट्रो की दस्तक के साथ ही गेट वे आफ हरियाणा को नया रूप गेट वे डवेलपमेंट बहादुरगढ़ का मिला है।

झज्जर जिले से निकल रहे केएमपी एक्सप्रेस हाईवे व बाढ़सा में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।

सामाजिक बदलाव के तहत गरीब व जरूरतमंद लोगों की सेवा के लिए उपायुक्त सोनल गोयल द्वारा शुरू की गई सांझी मदद, लड़कियों के लिए स्कूली स्तर पर निशुल्क नेपकिन पैड उपलब्ध कराने के लिए चलाई गई उमंग-एक पहल मुहिम, पोस्को एक्ट के तहत बाल रक्षक कार्यक्रम का आयोजन, नारी की चौपाल लगाकर महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रशासन की ओर से सार्थक संदेश देना, शिक्षा के प्रति संजीदगी बरतते हुए जिले के तीन खंडों मातनहेल, बेरी व साल्हावास के सक्षम घोषित होने के साथ ही सामाजिक जागरूकता के तहत जिले में अब तक पांच बार झज्जर व बहादुरगढ़ शहर में राहगीरी कार्यक्रमों का आयोजन, प्रशासनिक शिविर/रात्रि चौपाल में जन समस्याओं के निराकरण सहित ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को समसामयिक गतिविधियों में भागीदार बनाना, जागृति प्रोजेक्ट के तहत महिला सुरक्षा के प्रति प्रशासन द्वारा जिम्मेवारी का निर्वहन करना सहित अनेक सकारात्मक पहलुओं पर झज्जर जिला प्रशासन की ओर से उल्लेखनीय भूमिका अदा की है।

उपायुक्त गोयल की सोच के तहत जनभागीदारी के साथ सामाजिक कुरीति दहेज व पर्दा प्रथा के खिलाफ भी आमजन लामबंद होते जा रहे हैं और उपायुक्त अपने ग्रामीण दौरे के दौरान स्वयं महिलाओं को पर्दा प्रथा से दूर होकर स्वावलंबिता के साथ विकास में सहभागी बनने की अपील भी कर रही हैं। उपायुक्त के साथ महिलाएं पर्दा प्रथा से दूर होकर उनके साथ खड़ी हो रही हैं जाकि एक सुखद सामाजिक बदलाव है। उन्होंने कहा कि झज्जर, बहादुरगढ़ व बेरी के बाद मौजूदा सरकार के कार्यकाल में बादली को उपमंडल का दर्जा दिया गया।

राष्ट्रपति ने भी किया उपायुक्त की कार्यशैली को प्रोत्साहित : :

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद द्वारा झज्जर की उपायुक्त सोनल गोयल को उनकी सामाजिक बदलाव की दिशा में उठाए गए कदमों व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत म्हारी लाडो बुकलेट को पढ़ते हुए उनकी कार्यशैली की सराहना की। उन्होंने झज्जर जिले में इस पुनीत अभियान को संजीदगी के साथ आगे बढ़ाने में उपायुक्त को बधाई भी दी।

राज्यपाल प्रो.कप्तान सिंह सौलंकी ने भी झज्जर जिले को विभिन्न क्षेत्रों में रैडक्रास सोसायटी अवार्ड समारोह में सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा जहां जिले में जागृति प्रोजेक्ट की शुरूआत की वहीं हाल ही में झज्जर दर्पण का भी लोकापर्ण करते हुए जिले में चल रही सार्थक गतिविधियों पर संतोष जताया।

उपायुक्त ने कहा कि वे झज्जर जिले में सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रमों के क्रियांवयन के साथ ही लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए भी काम कर रही हैं और हाल ही के आंकडों से स्पष्ट है कि जिले में लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ है।

उपायुक्त ने उन्होंने जिलावासियों को विश्वास दिलाया कि झज्जर जिले को विकास के मार्ग पर आगे ले जाने के लिए शासन-प्रशासन की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है। उपायुक्त ने लोगों से आह्वान किया कि जिले को विकास के रास्ते पर अग्रणी करने के लिए हर जन अपनी जिम्मेदारी समझते हुए काम करें।

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