- May 5, 2023
जो आतंक को बढ़ावा दे, वह शांति की बात कैसे कर सकता है: विदेश मंत्री एस जयशंकर
पणजी. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग था, है और रहेगा. देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तरह जम्मू-कश्मीर में भी जी-20 की बैठकें हो रही हैं, इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है. SCO सदस्य देश के विदेश मंत्री के तौर पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ बाकी सदस्य देशों के विदेश मंत्री की तरह ही व्यवहार किया गया, लेकिन आतंकवाद के प्रोमोटर, प्रोटेक्टर और आतंकवाद उद्योग के प्रवक्ता के तौर पर उनकी(पाकिस्तान) पोजीशन को काउंटर किया गया.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान की विश्वसनीयता लगातार कम हो रही है. भारत के चीन और पाकिस्तान के साथ रिश्ते सामान्य नहीं है, जब तक सीमा पर हालात सामान्य नहीं होते; ये रिश्ते सामान्य हो भी नहीं सकते. कश्मीर में जी-20 की बैठकें मुद्दा नहीं है. उनका जी-20 से कोई लेना देना नहीं, उनका श्रीनगर से भी कोई लेना देना नहीं. श्रीनगर को लेकर कोई मुद्दा नहीं है. अगर कोई मुद्दा पाकिस्तान के साथ है तो वह पीओके का है. कश्मीर पर सिर्फ एक सवाल पर चर्चा हो सकती है कि पीओके से पाकिस्तान अपना अवैध कब्जा कब खत्म करेगा?
#WATCH | “As a Foreign Minister of an SCO member state, Mr Bhutto Zardari was treated accordingly. As a promoter, justifier and spokesperson of a terrorism industry which is the mainstay of Pakistan, his positions were called out and countered including at the SCO meeting… pic.twitter.com/9cLckxLML9
— ANI (@ANI) May 5, 2023
पाकिस्तान पर बरसे, कहा- जो आतंक को बढ़ावा दे, वह शांति की बात कैसे कर सकता है
बिलावल भुट्टो के बयान पर जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान के बयान से लगता है कि वह आतंकवाद को सही ठहरा रहे हैं. हम पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने बेपर्दा कर रहे हैं. जो देश आतंकवाद को बढ़ावा देता है वह शांति की बात नहीं कर सकता. जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान-चीन के बीच तथाकथित कॉरिडोर के बारे में SCO की बैठक में एक नहीं दो बार ये स्पष्ट कर दिया गया कि कनेक्टिविटी विकास के लिए जरूरी है लेकिन कनेक्टिविटी किसी की संप्रभुता और क्षेत्रिय अखंडता का उल्लंघन नहीं कर सकती. गौरतलब है कि गोवा के पणजी में शुक्रवार को विदेश मंत्रियों की SCO परिषद की बैठक हुई. एससीओ की बैठक का मूल उद्देश्य आतंकवाद से मुकाबला है. इसमें भारतीय विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने सभी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया.
(न्यूज 18 )