जुलाई, 2018 में औद्योगिक विकास दर 6.6 फीसदी

जुलाई, 2018 में औद्योगिक विकास दर 6.6 फीसदी

पीआईबी ——– जुलाई, 2018 में औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (आईआईपी) 125.8 अंक रहा, जो जुलाई, 2017 के मुकाबले 6.6 फीसदी ज्‍यादा है। इसका मतलब यही है कि जुलाई, 2018 में औद्योगिक विकास दर 6.6 फीसदी रही।

अप्रैल-जुलाई, 2018 में औद्योगिक विकास दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.4 फीसदी आंकी गई है।

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्‍वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जुलाई, 2018 के लिए जारी किये गये औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक के त्‍वरित आकलन (आधार वर्ष 2011-12=100) से उपर्युक्‍त जानकारी मिली है।

14 स्रोत एजेंसियों से प्राप्‍त आंकड़ों के आधार पर आईआईपी का आकलन किया जाता है। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी), केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और उर्वरक विभाग भी इन एजेंसियों में शामिल हैं।

जुलाई, 2018 में खनन, विनिर्माण (मैन्‍युफैक्‍चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर जुलाई, 2017 के मुकाबले क्रमश: 3.7 फीसदी, 7.0 फीसदी तथा 6.7 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-जुलाई 2018 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्‍टरों की उत्‍पादन वृद्धि दर पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में क्रमश: 5.0, 5.6 तथा 5.3 फीसदी आंकी गई है।

इस दौरान ‘फर्नीचर के विनिर्माण’ ने 42.7 प्रतिशत की सर्वाधिक धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘कम्‍प्‍यूटर, इलेक्‍ट्रॉनिक एवं ऑप्टिकल उत्‍पादों का विनिर्माण’ नामक उद्योग समूह का नम्‍बर आता है जिसने 30.8 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। ‘तम्‍बाकू उत्‍पादों के विनिर्माण’ ने 28.4 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है।

दूसरी ओर उद्योग समूह ‘कागज एवं कागज उत्‍पादों के विनिर्माण’ और ‘रिकॉर्डेड मीडिया की प्रिंटिंग एवं रिप्रोडक्‍शन’ ने (-) 2.7 प्रतिशत की सर्वाधिक ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसी तरह ‘मशीनरी एवं उपकरणों के निर्माण ने (-) 0.9 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है।

उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार जुलाई, 2018 में प्राथमिक वस्‍तुओं (प्राइमरी गुड्स), पूंजीगत सामान,मध्‍यवर्ती वस्‍तुओं एवं बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्‍तुओं की उत्‍पादन वृद्धि दर जुलाई 2017 की तुलना में क्रमश: 6.9 फीसदी, 3.0 फीसदी, 1.2 फीसदी और 8.4 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान का सवाल है, इनकी उत्‍पादन वृद्धि दर जुलाई, 2018 में 14.4 फीसदी रही है। वहीं, गैर-टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान की उत्‍पादन वृद्धि दर जुलाई, 2018 में 5.6 फीसदी रही।

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