• September 22, 2018

जुन्नारदेव, परासिया की 6 नई खदानें चालू की जायेंगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

जुन्नारदेव, परासिया की 6 नई खदानें चालू  की जायेंगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान छिन्दवाड़ा जिले के जुन्नारदेव में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जुन्नारदेव और परासिया विकासखण्ड में शारदा माइन्स, विष्णुपुरी सहित 6 नई खदानें चालू की जा रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा।

उन्होंने जुन्नारदेव कॉलेज में आगामी शिक्षा सत्र से फिजिक्स और केमेस्ट्री की कक्षाएँ शुरू कराने की घोषणा की।

श्री चौहान ने लोगों को संबल योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि यह योजना गरीबों और जरूरतमंदों के जीवन को बदलने में कामयाब हुई है। इस योजना से गरीब परिवारों को खुशहाल जीवन जीने के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जुन्नारदेव विकासखण्ड में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये सभी संभव प्रयास किये जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर दूधी नदी पर 5 करोड़ 75 लाख रूपये लागत के पुल और कुल्हरिया नाला पर 76 लाख 62 हजार रूपये लागत के उच्च स्तरीय पुल का लोकार्पण किया।

उन्होंने 2 करोड़ 46 लाख 90 हजार रूपये लागत की खजरी-फुलसा-खटटू ढाना सड़क, दो करोड़ 6 लाख 4 हजार रूपये लागत की भवानी-उमरिया सड़क और तामिया विकासखण्ड के ग्राम गोनाबाड़ी में 77 लाख 77 हजार रूपये लागत की मुख्यमंत्री ग्रामीण नलजल योजना का शिलान्यास किया।

लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छिन्दवाड़ा में लोकतंत्र सेनानियों को शॉल और ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने मिसाबंदियों से जेल जाने के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए लोकतंत्र सेनानियों की सेवाओं को अनुकरणीय बताया।

जनसभा और सम्मान कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, सांसद श्री प्रभात झा, विधायक श्री नत्थन शाह कवरेती, श्री चौधरी चन्द्रभान सिंह, श्री रमेश पोफली, महापौर श्रीमती कान्ता सदारंग, भारिया विकास प्राधिकरण की अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला भारती, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कांता ठाकुर, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply