• September 19, 2019

जुए में पत्नी को दांव पर लगाया और दोस्त———-

जुए में पत्नी को दांव पर लगाया और दोस्त———-

कानपुर—— उत्तर प्रदेश के कानपुर में रिश्तों को कलंकित करने का मामला सामने आया है. यहां के कल्यानपुर थाना क्षेत्र के आवास विकास कॉलोनी में रहने वाली एक महिला ने अपने पति पर जुए में हारने के बाद खुद को दोस्तों के सामने परोसने का आरोप लगाया है. पत्नी का कहना है कि उसने किसी तरह किचन में छिपकर अपनी अस्मत (इज्जत) बचाई. पीड़िता ने इस मामले में पुलिस पर भी उसकी मदद नहीं करने का आरोप लगाया है.

पीड़िता ने बताया कि दो दिन पहले उसका पति घर में अपने दोस्तों के साथ शराब पी रहा था और जुआ खेल रहा था. इस दौरान सभी गंदी-गंदी बातें कर रहे थे.

जुए में दांव हारने के बाद आरोपी पति ने दोस्तों को कहा उसके (पत्नी) साथ कुछ भी कर लो तुम्हें कुछ नहीं होगा. महिला ने कहा कि इसके बाद उसके पति के दोस्त उसके कमरे में घुस आये और मारपीट कर उससे जबरदस्ती करने लगे. उसने किसी तरह किचन में छिपकर अपनी इज्जत बचाई. इसके बाद उसने 100 नंबर पर फोन कर पुलिस को बुलाया.

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

महिला का आरोप है कि जिस वक्त पुलिस उसके घर पहुंची, उसने खुद को किचन में ही बंद कर रखा था. उसके कपड़े फटे हुए थे. उस वक्त वहां उसके पति के अलावा उसके दोस्त भी मौजूद थे. महिला ने आरोप लगाया कि उसके कपड़े फटे होने की वजह से उसे घर में रहने दिया गया और कहा गया कि बाद में उसकी रिपोर्ट लिखी जाएगी.

पुलिस आरोपी पति को थाने ले गई लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया. महिला का कहना है कि मेरी हालत देखकर भी पुलिस को नहीं लगा कि मेरे साथ क्या हुआ है.

अब पुलिस इसे पति-पत्नी का झगड़ा बताकर रफा-दफा करने में जुटी हुई है. महिला का कहना है कि जुए में हारने के बाद उसके पति ने उसे ही दांव पर लगाकर अपने दोस्तों के सामने गैंगरेप के लिए छोड़ दिया. पीड़ित महिला अब न्याय की गुहार लगा रही है.

Related post

ग्यारह पुलिसकर्मियों को निलंबित

ग्यारह पुलिसकर्मियों को निलंबित

महाराष्ट्र —  ठाणे जिले में एक अदालत में दो सुरक्षा उल्लंघनों के बाद कथित चूक के…
फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

दिल्ली उच्च न्यायालय ने फोन-पे को उसके डिजिटल भुगतान ब्रांड और एजीएफ फिनलीज इंडिया द्वारा ‘फोन…
बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार, अहमदाबाद पुलिस आयुक्त और अन्य को एक व्यक्ति द्वारा दायर…

Leave a Reply