- March 3, 2016
जापान और रूस के साथ रेलवे के विभिन्न क्षेत्रो में समझौता ज्ञापन
(i) 11 दिसंबर,2015 को रेलवे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए रेल मंत्रालय और जापान के भूमि,आधारभूत ढांचे,परिवहन और पर्यटन मंत्रालय के बीच सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर
(ii) 24 दिसंबर,2015 को रेलवे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए रेल मंत्रालय और संयुक्त स्टॉक कंपनी ”रशियन रेलवे” के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
(iii) 11 दिसंबर,2015 को रेलवे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन( आरडीएसओ) और जापान के रेलवे तकनीकी अनुसंधान संगठन( आटीआरआई) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
पृष्ठभूमि
रेल मंत्रालय ने रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए विभिन्न देशों और राष्ट्रीय रेलवे कंपनियों के साथ सहयोग ज्ञापन और समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। सहयोग के क्षेत्रों में तीव्र गति के कॉरिडोर, विश्व स्तरीय स्टेशनों का निर्माण, रेलवे आधारभूत ढांचे क्षेत्र आदि सम्मिलित हैं। इन क्षेत्रों में आपसी सहयोग, जानकारी के आदान-प्रदान,तकनीकी विशेषज्ञों के दौरे, समान रूचि के क्षेत्रों में प्रशिक्षण और सम्मेलन और कार्यशाला के द्वारा प्राप्त किया जाएगा।
समझौता ज्ञापन भारतीय रेलवे को रेल क्षेत्र में नवीनतम विकास और ज्ञान के आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करता है। समझौता ज्ञापन से तकनीकी विशेषज्ञों,रिपोर्ट और तकनीकी दस्तावेज, विशेष तकनीकी क्षेत्रो पर केंद्रित प्रशिक्षण और कार्यशाला और ज्ञान को सांझा करने में सहायता प्राप्त होती है।
(i) रेल मंत्रालय और जापान के भूमि,आधारभूत ढांचे,परिवहन और पर्यटन मंत्रालय के बीच सहयोग ज्ञापन से निम्नलिखित क्षेत्रो में तकनीकी सहयोग को बढ़ावा मिलेगा
1.रेलवे सुरक्षा
2. ट्रेन सेट/ ईएमयू सहित रोलिग स्टाक
3. स्टेशन विकास और भूमि के उचित विकास के लिए सूचना का आदान-प्रदान
4. ट्राम में पर्यावरण अनुकूल स्वच्छता तकनीक के लिए सूचना का आदान-प्रदान
5.सिग्नल और दूरसंचार
6.रेलवे विद्युतीकरण
7. सिविल ढांचा और रेलवे ट्रेक प्रणाली
8. ट्रेन नियंत्रण प्रणाली
9. प्राकृतिक आपदाओं में राहत
10. दोनो पक्षों द्वारा संयुक्त रूप से निर्धारित किया गया कोई अन्य क्षेत्र
यह समझौता ज्ञापन तीन वर्ष की अवधि के लिए मान्य होगा। इसके पश्चात ये स्वत आगामी दो वर्षों के लिए नवीकृत होगा।
(ii) रेलवे मंत्रालय और रूस के रेल मंत्रालय के बीच हस्ताक्षर किए गए समझौता ज्ञापन से निम्नलिखित क्षेत्रों में तकनीकी सहयोग प्रस्तावित है:
1. भारत में तीव्र गति की ट्रेन
2. ट्रेन की गति सीमा 160-200 किमी प्रति घंटा बढ़ाने के लिए भारतीय रेल की वर्तमान लाइनों का आधुनिकीकरण
3. सैटेलाइट नैविगेशन और डिजिटल दूरसंचार पर आधारित आधुनिक नियंत्रण और सुरक्षा आधारित प्रणाली
4. सैटेलाइट और भू-सूचना तकनीक
5. परिवहन सुरक्षा और साईबर सुरक्षा
6. रोलिंग स्टाक
7. भारी माल ढुलाई
8. भारतीय रेल में मानव संसाधन संगठन,छात्रों के लिए माध्यमिक और उच्च व्यवसायिक शिक्षा,प्रबंधको सहित कर्मचारियों के लिए अग्रिम प्रशिक्षण
9. स्टेशन विकास
10. निर्धारित मालभाड़ा रेल कॉरिडोर
11. स्लैब टैक
12. और पुलों और सुरंगो सहित रेल लाइनों के ढांचे का आधुनिकीकरण,पुर्ननिर्माण और निर्माण
यह समझौता ज्ञापन तीन वर्ष की अवधि के लिए मान्य होगा। इसके पश्चात यह स्वत दो वर्ष की अवधि के लिए नवीकृत होगा।
(iii) तकनीकी सहयोग के लिए अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन( आरडीएसओ) और जापान के रेलवे तकनीकी अनुसंधान संगठन( आटीआरआई) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर से निम्नलिखित क्षेत्रो में तकनीकी सहयोग होगा।
1. ट्रेन परिचालन में सुरक्षा
2. रखरखाव के लिए आधुनिक तकनीक
3. पर्यावरण अनुकूल तकनीक का प्रयोग
4. वृद्धि के लिए कोई भी प्रयास
5. दोनो पक्षों द्वारा संयुक्त रूप से निर्धारित किया गया कोई अन्य क्षेत्र
यह समझौता ज्ञापन तीन वर्ष की अवधि के लिए मान्य होगा। इसके पश्चात दोनों पक्षों के बीच सांझा लिखित समझौते के बाद 1 वर्ष की अवधि के लिए नवीकृत होगा।