- March 7, 2016
जल संरक्षण की गूंज :गांव-ढाणियों और जंगल-पहाड़ों तक – डॉ. दीपक आचार्य उप निदेशक
उदयपुर (सूचना एवं जनसंपर्क)————-दयपुर जिले भर में इन दिनों मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की जबर्दस्त गूंज है। अभियान में चिह्नित गांवों में बच्चों से लेकर बूढ़ों तक के लिए जलसंरक्षण गतिविधियों के प्रति व्यापक उत्साह हिलोरें ले रहा है।
गाँवों, कस्बों से लेकर ढाणियों, पालों-फलों और जंगलों, पहाड़ों व दूरस्थ अंचलों तक मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अन्तर्गत संचालित जल संरक्षणगतिविधियों का माहौल पसरा हुआ है।
जिला प्रशासन तथा ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, जल संसाधन, वन सहित विभिन्न विभागों, कार्यकारी एजेंसियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, संगठनों, पुलिस,होमगार्ड, एनसीसी, आर्मी आदि की सहभागिता, जन प्रतिनिधियों से लेकर आम जन की सक्रिय भागीदारी और पूरी की पूरी सरकारी मशीनरी द्वारा इस दिशा में हो रहेअहर्निश और अनथक प्रयासों ने अभियान की मंशा को मूर्त रूप देना आरंभ कर दिया है।
सबका एक ही लक्ष्य है कि 30 जून से पहले मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अन्तर्गत हाथ में लिए गए सभी कार्य पूर्ण हो जाएं ताकि इस बार होने वालीबरसात में इन सभी का पूरा-पूरा उपयोग सुनिश्चित हो और ग्रामीण इलाकांे तथा वन क्षेत्रों में हमेशा के लिए जल भण्डार बने रहें।
इससे ग्रामीणों, पशु-पक्षियों और वन्य जीवों को पेयजल समस्या नहीं रहेगी वहीं जहां कहीं पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा वहां सिंचाई सुविधा भी प्राप्त होती रहेगी।परिवेशीय हरियाली बढ़ेगी और वृक्षारोपण तथा खेती-बाड़ी एवं पशुपालन गतिविधियों को भी ख़ासा सम्बल प्राप्त होगा।
उदयपुर जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान को लेकर जिला प्रशासन द्वारा अधिकारियों, कार्मिकों एवं ग्राम्यस्तरीय मशीनरी के माध्यम से निरन्तरमोनिटरिंग की जा रही है। इसके लिए ‘टीम एमजेएसए उदयपुर’ नाम से व्हाट्सएस ग्रुप के जरिये पल-पल की गतिविधियों की फोटो और वीडियो के माध्यम सेजानकारी रखी जाकर मार्गदर्शन व ताजातरीन निर्देशों से अवगत कराने की सुविधा जारी है।
इस ग्रुप में जिला कलक्टर एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी से लेकर इस अभियान से संबंधित सभी जिम्मेदार अधिकारी और कार्मिक शामिल हैं। इस वजह सेजिले भर के अधिकारियों व कार्मिकों के मध्य बेहतर नेटवर्क संचालित है जिसका फायदा पूरे जिले में इस अभियान को प्राप्त हो रहा है।
उदयपुर जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अन्तर्गत पुराने जलस्रोतों के जीर्णोद्धार व विकास के साथ ही नवीन जल संरचनाओं के निर्माण काकाम भी इन दिनों युद्धस्तर पर जारी है।
निरन्तर भ्रमण के माध्यम से इन गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है और प्रयास यह किया जा रहा है कि जल संरक्षण के जो भी काम हाथ में लिए गए हैं, वे 30जून से पहले हर हाल में पूर्ण हो जाएं।
इसके लिए विभिन्न स्तरों पर जन प्रतिनिधियों द्वारा भी सार्थक भूमिका अदा की जा रही है। जिन गांवों में यह