- April 11, 2016
जल पंचायत: पंचायतें निभाएं दायित्व:- मंत्री धनखड़
झज्जर —हरियाणा के सिंचाई, पंचायत एवं विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की पहल पर झज्जर के संवाद भवन में रविवार को प्रदेश की पहली जल पंचायत का आयोजन हुआ। जल पंचायत में बादली हलके के ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के साथ-साथ जिला परिषद् व ब्लाक समिति के सदस्यगण ने सिंचाई व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में ग्राम स्तर पर जल संसाधनों को लेकर विस्तार से चर्चा की।
जल पंचायत में हरियाणा के सिंचाई मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों से रूबरू होते हुए उन्हें जल संरक्षण के प्रति संजीदगी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि बढ़ती हुई आबादी व नगरीकरण के साथ पानी की जरूरतें बढ़ रही हैं परंतु पानी की एक बूंद भी नहीं बढ़ाई जा सकती। ऐेसे में जल संरक्षण, पुर्नचक्रण और पुर्नभरण बेहतर टैक्रोलोजी के साथ बेहतर प्रबंधन की एकमात्र उपाय है।
उन्होंने बताया कि मनुष्यों के लिए पेयजल की उपलब्धता के साथ ही पशुधन के लिए पानी मुहैया कराना और उसके साथ ही सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार पुरजोर प्रयासरत है और मास्टर प्लान तैयार करते हुए विभागीय स्तर पर पूरी रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज जल संरक्षण के प्रति हमें चिंतन की जरूरत है और जल बचाव की दिशा में हर शख्स की सक्रिय भूमिका है।
डेढ़ वर्ष में जिले में सिंचाई विभाग ने खर्च किए 63 करोड़ रूपए
श्री धनखड़ ने प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग के आंकड़ों का जिक्र करते हुए बताया कि मौजूदा सरकार ने अपने डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में नहरी विभाग के माध्यम से झज्जर जिले में 63 करोड़ रूपए की राशि खर्च की है और उसमें से बादली हलके के गांवों में नहरी पानी की उपलब्धता के लिए 20 करोड़ 36 लाख रूपए की राशि खर्च की जा चुकी है। वहीं पूर्व कांग्रेस सरकार के दस साल के कार्यकाल में पूरे जिले में नहरी विभाग ने 157 करोड़ रूपए ही खर्च किए थे और उसमें से बादली हलके में 40 करोड़ रूपए के नहरी विभाग से संबंधित कार्य कराए गए।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के डेढ़ वर्ष पिछली सरकार के दस साल पर कहीं अधिक भारी हैं। इतना ही नहीं मौजूदा सरकार के कार्यकाल में सिंचाई विभाग की ओर से जिले 77 करोड़ रूपए की विकास परियोजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं जिसमें से बादली हलके में साढ़े 47 करोड़ रूपए की राशि खर्च होगी। बाढ़ नियंत्रण के लिए भी जिले का बजट 37 करोड़ 14 लाख रूपए रखा गया है और उसमें से बादली हलके का बजट 17 करोड़ है। ऐसे में सरकार जिले के अंतिम छोर तक नहरी पानी पहुंचाने के लिए कृत संकल्प है।
धैर्य व लग्न के साथ विकास कार्यों में बने भागीदार
पंचायत विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे सरकार की ओर से क्रियांवित हो रही योजनाओं का लाभ जरूरतमंद तक पहुंचाने में सक्रियता बरतें। उन्होंने कहा कि धैर्य और लग्र के साथ गांव में विकास कार्य करवाएं और गुणवत्ता के साथ किसी भी रूप से समझौता न होने देें। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे तन्मयता के साथ गांव में बदलाव दिखाएं ताकि सरकार की पढ़ी लिखी पंचायतों की सोच के तहत उद्देश्य सफलता की ओर नजर आए। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत गांव में विकास कार्य अधिक से अधिक कराए जाएं जिससे बेरोजगारों को रोजगार तो मिलेगा ही वहीं गांव में विकास कार्य भी तत्परता से पूरे होंगे। उन्होंने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों को 23 अप्रैल को गोहाना में होने वाले पंच/सरपंच सम्मेलन में पहुंचने का न्यौता भी दिया।
इस अवसर पर एसडीएम झज्जर पंकज सेतिया, सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर राजीव बंसल, जगमोहन, सिंचाई विभाग के एसई सुरेश यादव, कार्यकारी अभियंता एस.पी.गर्ग, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता आर.पी.वशिष्ठ, विक्रम मोर सहित जिला परिषद् के चेयरमैन परमजीत सौलधा, वाइस चेयरमैन योगेश सिलानी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।