• December 18, 2015

जल की बूंद बूंद का बेहतर उपयोग कर बहुआयामी बनाए – नगरीय विकास स्वायत शासन

जल की बूंद बूंद का बेहतर उपयोग कर बहुआयामी बनाए – नगरीय विकास स्वायत शासन

जयपुर – नगरीय विकास स्वायत शासन एवं आवासन मंत्री एवं टोंक जिला प्रभारी श्री राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि आमजन की मंशा के अनुरूप मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना आमजन की जरूरत को देखकर बनाई गई हैं,जिसका लाभ आमजन को मिले। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना को जन आन्दोलन बनाना हैं ताकि जल की बूंद बूंद का बेहतर उपयोग कर बहुआयामी बनाना हैं।
श्री शेखावत गुरूवार को कोटा में अरबी फारसी शोध संस्थान में राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित जिला विकास प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
श्री शेखावत ने कहा कि राज्य की भौगोलिक स्थिति काफी विकट हैं, कही शुष्क हैं तो कही अद्र्घ शुष्क हैं तथा राज्य का मुख्य कार्य कृषि हैं तथा प्रदेश में एक फीसदी जल हैं। ऐसे में हमें जल की एक एक बूंद का बेहतर उपयोग करना हैं। उन्होने कहा कि एक फीसदी जल का हम सही ढंग़ से उपयोग नही करेगें तो हमारी खेती का उत्थान नही होगा हम तथा हमारा किसान सुखी एवं सम्पन्न नही हो सकेगा। इसलिए जल का हमें बेहतर ढंग़ से उपयोग करना हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना का श्रीगणेश आगामी 27 जनवरी 2016 को विधिवत ढंग से किया जाएगा।
जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की मुख्यमंत्री ने इस और बेहतर पहल की हैं कि गांव का पानी गांव मेें खेत का पानी खेत में हो इसके लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना अमल में लाई हैं। जिससे गावं की पेयजल की कितनी जरूरत हैं, खेती के लिए कितनी एवं अन्य घरेलू उपयोग के लिए कितना पानी चाहिए। इसको लेकर हम सीमित संसाधनों से जल का संरक्षण कर उसका बेहतर उपयोग करना हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्ब योजना गांव की सभी आवश्यकताओं को देखकर जिसमें पशुधन के लिए,कृषि के लिए ,पेयजल,एवं घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति को लेकर तैयार की जा रही हैं। इसमें आमजन की भागीदारी के साथ एनजीओं एवं कारपोरेट जगत एवं ग्रामवासियों को टोकन मनी,ग्राम के सामुहिक योगदान के साथ जोडा जाएगा। ताकि यह योजना जनान्दोलन बन सकें।
उन्होने कहा कि हम बरसात का पानी व्यर्थ में नही बहे, व्यर्थ में बहने वाले पानी को हमें सहेजना होगा एवं पानी का सरंक्षण करना होगा। ताकि हम सहजे गये पानी का बेहतर सदुपयोग कर सके। उन्होने मारवाड़ा का उदाहरण देते हुए बताया कि मारवाड में लोग बरसात का पानी सहेज कर रखते हैं,ठीक उसी प्रकार हमें वैज्ञानिक तरीके से पानी को सहेजना है तथा सहेजे गये पानी की एक एक बूंद को हमें बचाकर बहुआयामी उपयोग करना हैं।
जिला प्रभारी मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना के तहत 88 गांवों को योजना में शामिल किया गया हैं। इसके लिए जहां जो उपयोगी हो वैसा ही स्टे्रक्चर बनाना हैं। ताकि वो आमजन के हिसाब से उपयोगी हो वैसा काम करना हैं। इससे हमारा भूमिगत जल स्त्रौत भी उपर आएगा तथा गंाव में अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को भी इस योजना का लाभ मिल सकेगा तथा वह खुशहाल एवं सम्पन्न हो सकेगा ।
इससे पूर्व जिला प्रभारी मंत्री ने जिला स्तर पर आयोजित प्रदर्शनी का विधिवत फीता काटकर उद्घाटन किया एवं प्रदर्शनी का निरीक्षण कर उसे आमजन के लिए उपयोगी बताया । बाद में जिला प्रशासन एवं सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग की और से सभी अतिथियों का बुॅके भेंटकर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर जिला प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री राठौड ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार के दो साल के कार्यकाल का बेहतर बताते हुए कहा कि जिले के 88 गांवों को इस योजना के तहत चयन किया गया हैं । उन्होने बताया कि इस योजना का उद्देश्य हैं कि व्यर्थ में बहते पानी को कैसे सहेजे एवं उस सहेज पानी का बेहतर ढंग़ से किस तरह से उपयोगी बनाया जाए । ताकि सभी की आवश्यकता पूरी हो सके । चाहे वो कृषि में सिंचाई को लेकर हो या पेयजल,घरेलू एवं हमारे पशुधन केे लिए पीने के पानी की आवश्यकता कैसी पूरी हो । उन्होने कहा कि हम पानी की बूंद बंद का बेहतर से बेहरत तरीके से उपयोग करेगें तभी यह संभव हो सकेगा । इस योजना में आमलोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी ।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना के बारे में लघु फिल्म प्रदर्शित की तथा सम्बधित अधिकारी ने योजना से पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विधायक टोंक श्री अजीत सिंह मेहता, उनियारा – देवली विधायक श्री राजेन्द्र गुर्जर एवं निवाई विधायक श्री हीरालाल रैगर,जिला कलेटर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड,टोंक पंचायत समिति प्रधान श्री जगदीश गुर्जर, टोंक नगर परिषद की सभापति श्रीमती लक्ष्मी जैन, निवाई पालिका अध्यक्ष राजकुमारी शर्मा, नगर परिषद के पूर्व सभापति श्री गणेश माहुर, जिला प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री राठौड, रामावतारघाटी, निवाई उप प्रधान श्री शंकरलाल शर्मा सहित सभी गणमान्य नागरिक,पत्रकारगण एवं सभी जिला स्तरीय अधिकारी एवं आमजन उपस्थित थे।

Related post

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति : सर्वोच्च न्यायालय

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति…

सर्वोच्च न्यायालय ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की उस याचिका पर विचार करने पर सहमति जताई…
यू पीआई के माध्यम से लेनदेन दिसंबर 2024 में रिकॉर्ड 16.73 बिलियन

यू पीआई के माध्यम से लेनदेन दिसंबर 2024 में रिकॉर्ड 16.73 बिलियन

नई दिल्ली: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, लोकप्रिय यूनिफाइड पेमेंट्स…
पुलिस और अभियोजन पक्ष को फटकार  : “उचित तरीके से दिमाग का इस्तेमाल” नहीं किया-गुजरात उच्च न्यायालय

पुलिस और अभियोजन पक्ष को फटकार : “उचित तरीके से दिमाग का इस्तेमाल” नहीं किया-गुजरात उच्च…

गुजरात उच्च न्यायालय ने छेड़छाड़ के एक मामले में एफआईआर दर्ज होने के आठ साल बाद…

Leave a Reply