- August 19, 2017
‘जनरेशन वाय’ में प्रदेश को बुलंदियों पर पहुंचाने की काबिलियत – मुख्यमंत्री
जयपुर———- मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि हमारी ‘जनरेशन वाय’ में वह हुनर, काबिलियत और ऊर्जा है कि वे चाहें तो देश और प्रदेश को दुनिया में बुलंदियों पर पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें युवाओं के कौशल और हौसले पर पूरा भरोसा है, जरूरत है तो बस पुरानी पीढ़ी और नई पीढ़ी को साथ मिलकर प्रदेश की समृद्धि और विकास के लिए काम करने की।
श्रीमती राजे कोटा में शुक्रवार को राजस्थान डिजिफेस्ट के समापन समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और स्टार्ट अप कम्पनियां एक-दूसरे की सहभागी बनकर प्रदेश में विकास के सफर को आगे बढ़ायेंगे। इसके लिए स्टार्ट अप्स को प्रोत्साहित करने और इंक्यूबेटर्स की स्थापना के साथ-साथ टेक्नो हब विकसित किए जाएंगे। जयपुर में प्रदेश का पहला भामाशाह टेक्नो हब बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा चुका है। अब हम डिजिटल राजस्थान की परिकल्पना को जमीन पर साकार करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। ई-मित्र और राजनेट की सुविधाओं के बाद अब विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ देने के लिए भामाशाह, राजस्थान सम्पर्क और पीओएस मशीन के माध्यम से राशन वितरण जैसी योजनाएं सफलतापूर्वक चल रही हैं।
श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश में स्टार्ट अप ईको सिस्टम को और अधिक मजबूत करने के लिए नई स्टार्ट अप नीति बनी है। साथ ही, 500 करोड़ रुपये का स्टार्ट अप प्रमोशन फण्ड भी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में 600 से अधिक स्टार्ट अप शुरू हो चुके हैं। राज्य के 23 स्टार्ट अप्स को 14 करोड़ अमरीकी डॉलर से अधिक का फण्ड भी मिला है। यह राज्य में निवेश के माहौल की सफलता का सबूत है लेकिन हमें इस माहौल को और बेहतर बनाना है। इसके लिए राज्य सरकार कई स्तर पर प्रयास कर रही है।
नवाचारों में देशभर में आगे राजस्थान
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान देश का एक मात्र ऎसा राज्य है जहां राज्य सरकार ने स्वयं पहल कर इंट्रा स्टेट एयर सर्विसेज की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि जयपुर लाइट हाउस प्रोजेक्ट शुरू करने वाला एशिया का पहला शहर है। इसी प्रकार राजस्थान की रिफाइनरी परियोजना देश में एक मात्र ऎसी परियोजना है जिसमें रिफाइनरी और पेट्रो केमिकल कॉम्प्लेक्स एक साथ होंगे। राजस्थान को ही ऎसा राज्य होने का गौरव हासिल है जहां पुलिस प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए संभाग स्तर पर अभय कमाण्ड सेंटर स्थापित किये जा रहे हैं। आगे चलकर जिला मुख्यालयों को भी अभय कमाण्ड सेंटरों से जोड़ा जायेगा।
आई-स्टार्ट से मिलेगा स्टार्ट अप और निवेशकों को साझा मंच
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान राजस्थान स्टार्ट अप प्लेटफॉर्म आई-स्टार्ट भी लॉन्च किया। उन्होंने राजस्थान स्टैक डिजिस्थान ऑफ इंडिया का भी शुभारम्भ किया। श्रीमती राजे ने कहा कि आई-स्टार्ट एक ऎसा एकीकृत स्टार्ट अप प्लेटफार्म है, जिसमें कम्पनी के रजिस्ट्रेशन के साथ ही उनमें निवेश करने वाली एंजल फण्डिंग और वेंचर केपिटल संस्थाओं को भी पंजीकृत किया जाएगा। सभी स्टार्ट अप्स की रैंकिंग और रेटिंग की जाएगी ताकि सर्वश्रेष्ठ स्टार्ट अप को आसानी से फण्डिंग एवं अन्य अवसर उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश में स्टार्ट अप शुरू करने वाले युवाओं के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल बनेगा।
युवा सुझाएं चैलेंज फॉर चेंज प्लेटफॉर्म के माध्यम से समाधान
श्रीमती राजे ने इस अवसर पर चैलेंज फॉर चेंज प्लेटफॉर्म का शुभारम्भ भी किया। उन्होंने कहा कि इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से युवा अपने नये विचार सरकार के साथ साझा कर सरकार के तंत्र को और अधिक बेहतर बनाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न जनसमस्याओं के समाधान और सेवाओं की बेहतरी के लिए सर्वश्रेष्ठ सुझाव एवं समाधान देने वाले युवाओं को राज्य सरकार के साथ काम करने के लिए एक करोड़ रुपये तक के ऑर्डर दिए जाएंगे। उन्होंने नई सोच और ऊर्जा के प्रोत्साहन के लिए राज्य में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने का आमंत्रण दिया।
कोटा क्लीन एनर्जी नेटवर्क का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान कोटा क्लीन एनर्जी नेटवर्क शहर की जनता को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल कोटा प्रदेश का पहला शहर है जहां नगर आधारित गैस वितरण प्रणाली की शुरूआत की गई है। इस नेटवर्क के माध्यम से पहले चरण में पाइपलाइन से 3 हजार घरेलू गैस कनेक्शन, 9 वाणिज्यिक कनेक्शन एवं 24 औद्योगिक कनेक्शन दिए जा रहे हैं। वर्ष 2018-19 तक कोटा शहर के 20 हजार निवासियों को घरेलू गैस कनेक्शन, 21 वाणिज्यिक कनेक्शन एवं 27 औद्योगिक कनेक्शन दिए जाएंगे।
सिआम कोटा के ऑडिटोरियम का शिलान्यास
श्रीमती राजे ने इस अवसर पर राज्य कृषि प्रबन्ध संस्थान (सिआम), कोटा के ऑडिटोरियम भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया। करीब 700 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता वाले इस ऑडिटोरियम के निर्माण पर 16.25 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने डिजिफेस्ट के दौरान विभिन्न विभागों और निजी आईटी कंपनियों द्वारा प्रदर्शित उत्पादों की प्रदर्शनी देखी। उन्होंने बेहतर नागरिक सेवाओं के लिए तैयार किए गए आईटी एप्स के संचालन की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने किया राजस्थान हैकाथॉन के विजेताओं को पुरस्कृत
श्रीमती राजे ने डिजिफेस्ट में आयोजित ’राजस्थान हैकाथॉन-कोटा’ प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में से चुनी गई प्रथम तीन टीमों को पुरस्कार दिए।
श्रीमती राजे ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स आधारित ’स्मार्ट ड्रिप इरिगेशन सिस्टम’ के लिए टीम ‘सृजना‘ के प्रवीन राजा, मुरु वजाकन, विग्नेश कुमार एवं नेसामुथु को प्रथम पुरस्कार, ’वाइबरूम’ प्रोडक्ट के लिए ‘डेफनिंग साइलेंस‘ टीम के अभिजीत पदार्थी एवं अरविंद सुब्रमण्यम को द्वितीय तथा ’कृषि मित्र-ए फार्मर्स फ्रेंड’ प्रोडक्ट के लिए ‘कोड-लगाके-हईशा‘ टीम के रिषभ जैन, शिवेश सूद एवं नागासाईकृष्णा बोदावुला को तृतीय पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
एसटी वर्ग की 45 छात्राओं को स्कूटी भेंट
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान दो महिला लाभार्थियों रेहाना बानो और राजेश गौड़ को ई-साइन, ई-वर्क, ई-मेल और एसएसओ सुविधायुक्त भामाशाह डिजिकार्ड सौंपे। उन्होंने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 65 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त कर आगे अध्ययनरत अनुसूचित जनजाति वर्ग की 45 छात्राओं को माडा योजना के अन्तर्गत स्कूटी भेंट की।
प्रमुख शासन सचिव सूचना एवं प्रौद्योगिकी श्री अखिल अरोरा ने राजस्थान डिजिफेस्ट कोटा के आयोजन के उद्देश्य तथा आईटी से जुड़े युवाओं के लिए राजस्थान में उपलब्ध अवसरों तथा सुविधाओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी, खान एवं पेट्रोलियम राज्यमंत्री श्री सुरेन्द्र पाल सिंह, सांसद श्री दुष्यंत सिंह, श्री ओम बिड़ला सहित स्थानीय विधायकगण, जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी, आईटी विशेषज्ञ और राजस्थान एवं अन्य प्रदेशों से बड़ी संख्या में आए छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।