जनधन खाताधारी असमाजिक तत्वों के लिये अपने खाता का उपयोग न करें- केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड

जनधन खाताधारी असमाजिक तत्वों के लिये अपने खाता का उपयोग न करें- केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड

पेसूका————-कर जांच से जनधन खातों के दुरुप्रयोग की जानकारी मिलेगी, सीबीडीटी ने खाताधारकों से अपने खातों के दुरुप्रयोग में किसी भी प्रकार की सहमति न जताने की फिर से अपील की, इस जांच से कर चोरी के लिए जिम्मेदार असामाजिक तत्व बेनकाब होंगे

पूरे भारत में जनधन खातों में अचानक जमा हुई नकदी की आयकर विभाग द्वारा जारी जांच से अनेक प्रकार की विसंगतियों की जानकारी मिली है। जनधन खातों में ऐसे व्यक्तियों द्वारा करीब 1.64 करोड़ रुपये का अघोषित धन जमा कर दिया गया है जिन्होंने कर योग्य सीमाओं से कम होने के कारण कभी भी आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया है। कोलकाता, मिदनापुर, आरा (बिहार), कोच्चि और वाराणसी में उनके जनधन खातों की पहले ही जांच की जा चुकी है।

बिहार में इसी तरह के एक खाते से 40 लाख रूपये जब्त किये गए हैं। इस तरह की जांच के परिणाम आने के बाद अन्य कार्रवाई के अलावा आयकर अधिनियम 1961 के प्रावधानों के अनुसार पता लगाई गई इस अघोषित धनराशि को कर के दायरे में लाया जाएगा।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बार फिर से खाताधारकों से अपील की है कि वह अपने खातों के दुरुप्रयोग में किसी भी प्रकार की सहमति न जताए जिससे कर चोरी के लिए जिम्मेदार असामाजिक तत्वों के बेनकाब होने पर ऐसे खाताधारकों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

Related post

अपना  दल (एस)  : सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मनाई जयंती

अपना दल (एस) : सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मनाई जयंती

इंदौर : लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर अपना दल (एस) की…
शरजील इमाम की आपत्तिजनक भाषण: अभियोजक पिछले चार से पांच मौकों पर पेश नहीं

शरजील इमाम की आपत्तिजनक भाषण: अभियोजक पिछले चार से पांच मौकों पर पेश नहीं

दिल्ली उच्च न्यायालय : अभियोजन पक्ष ने छात्र कार्यकर्ता शरजील इमाम की आपत्तिजनक भाषण मामले में…
भारत को जलवायु परिवर्तन से 141 अरब डॉलर का संभावित नुकसान: स्वास्थ्य पर बढ़ता संकट

भारत को जलवायु परिवर्तन से 141 अरब डॉलर का संभावित नुकसान: स्वास्थ्य पर बढ़ता संकट

लखनऊ (निशांत सक्सेना ) एक नई रिपोर्ट में यह उजागर किया गया है कि जलवायु परिवर्तन…

Leave a Reply