• February 19, 2015

जनजातीय क्षेत्रीय विकास एवं आरएसएलडीसी के मध्य एमओयू साइन

जनजातीय क्षेत्रीय विकास एवं आरएसएलडीसी के मध्य एमओयू साइन

जयपुर- प्रदेश के जनजाति क्षेत्र के अनुसुचित जनजाति वर्ग के बेरोजगार युवाओं में आवश्यक हुनर विकसित करने व उन्हें रोजगार के अवसरों से जोडऩे के लिए जनजाति विकास, मंत्री श्री नन्दलाल मीणा की अध्यक्षता में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम जयपुर (आरएसएलडीसी) तथा जनजाति क्षेत्रिय विकास विभाग, (टी.ए.डी.डी.) के मध्य बुधवार को मंत्रालय भवन में एमओयू हस्ताक्षर किया गया।

श्री मीणा ने कहा कि इसके माध्यम से जनजाति क्षेत्रों के युवाओं को रोजगार के लिए प्रोत्साहन मिलेगा तथा इसके माध्यम से 6300 आदिवासी युवाओं का कौशल विकास किया जाएगा।

श्री मीणा ने इस अवसर पर कहा कि यह मिशन रोजगार को बढ़ावा देने के लिए एक अच्छा माध्यम है जिससे युवाओं को टे्रनिंग के बाद रोजगार उपलब्ध करवाया जाता है। उन्होंने आरएसएलडीसी के प्रबंध निदेशक श्री गौरव गोयल से इस कार्यक्रम की पूरी जानकारी लेते हुए कार्यक्रम की सफलता की शुभकामनाएं भी दी। आरएसएलडीसी की ओर से प्रबंध निदेशक एवं टी.ए.डी.डी. की ओर से अतिरिक्त आयुक्त द्वारा एमओयू हस्ताक्षरित किया गया।

आरएसएलडीसी के प्रबंध निदेशक श्री गौरव गोयल ने बताया कि इस एमओयू के माध्यम से आगामी एक वर्ष में प्रदेश के अनुसूचित जनजाति के 6300 युवाओं को आरएसएलडीसी द्वारा एवं टी.ए.डी.डी. के सहयोग से सिक्यूरिटी, रिटेल, अेपरेल, इलेक्ट्रनिक्स, ओटोमोटिव रिपेयर आदि अत्याधुनिक सेक्टरों में रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जावेगा। उन्होंने बतया कि उदयपुर, डूंगरपुर,  बांसवाडा़, प्रतापगढ़, सिरोही (आबू रोड़), राजसंमद और पाली जिलों के अनुसुचित जनजाति के पात्र युवा नि: शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेेंगे।

इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव, जनजातीय क्षेत्रीय विकास, श्री खेमराज चौधरी, सचिव, श्रम व नियोजन विभाग श्री रजत कुमार मिश्रा सहित जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग  के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद थे।

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