• October 29, 2015

जनजाति प्रतिभाओं को हरसंभव प्रोत्साहन – जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री

जनजाति प्रतिभाओं को हरसंभव प्रोत्साहन – जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री

जयपुर – जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री नंदलाल मीणा ने जनजाति अंचलों में विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित प्रतिभाओं को निखारने और जनजाति क्षेत्रीय विकास गतिविधियों में तेजी लाने के लिए व्यापक प्रयासों पर जोर दिया है और कहा है कि इस दिशा में हर स्तर पर बेहतर परिवर्तन लाया जाकर आदर्श माहौल स्थापित किया जाएगा।

श्री मीणा बुधवार को उदयपुर संभाग मुख्यालय पर ढीकली स्थित मॉडल पब्लिक रेजिडेन्शियल विद्यालय में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, राजस्थान और माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान उदयपुर द्वारा आयोजित जनजाति प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के पद से संबोधित करते हुए यह बात कही।

जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री ने प्रतिभावान जनजाति छात्रों के लिए निर्धारित छात्रावासों में प्रवेश संबंधित नियमों में आमूलचूल परिवर्तन लाए जाने और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के प्रवेश की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए इसके लिए टीम गुजरात, महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश भेजकर वहां के प्रवेश नियमों का अध्ययन कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने जनजाति क्षेत्रीय विकास की गतिविधियों को भी इन राज्यों के मुकाबले बराबरी पर लाने के प्रयासों की आवश्यकता जताते हुए सभी से समर्पित प्रयासों में भागीदारी निभाने का आह्वान किया।

उन्होंने बताया कि उदयपुर शहर में संचालित जनजाति क्षेत्रीय विकास विभागीय छात्रावासों के संचालन को बेहतर बनाने के लिए इस वर्ष परीक्षण के तौर पर बायोमैट्रिक सिस्टम से उपस्थिति का प्रबन्ध किया गया है। इससे छात्रावासों की व्यवस्थाओं में व्यापक सुधार आएगा। इसे जनजाति क्षेत्र के सभी छात्रावासों व संस्थानों में लागू करने की योजना है। उन्होंने छात्रावासों की कमियों को दूर करने, इनके प्रबन्ध को सुधारने तथा विद्यार्थियों के लिए आवासीय एवं शिक्षण व्यवस्थाओं को प्रभावी बनाने के साथ ही प्रतिभाओं में निखार लाने के हरसंभव प्रयासों को जरूरी बताया।

उन्होंने कहा कि जनजाति उपयोजना क्षेत्र में मॉडल पब्लिक रेजिडेन्शियल स्कूल से वंचित रह गए क्षेत्रों में मॉडल आवासीय स्कूल खोले जाएंगे ताकि जनजाति क्षेत्र की प्रतिभाओं को आगे बढऩे के पर्याप्त और समुचित अवसर प्राप्त हो सकें। इसके लिए उन्होंने एक माह में इन स्कूलों के प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को भेजने के निर्देश दिए।

श्री मीणा ने कहा कि जनजाति क्षेत्रों में शिक्षा और खेलकूद से लेकर सभी क्षेत्रों में मौलिक प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, बल्कि इन्हें संवार कर आगे लाने के लिए बहुआयामी एवं ठोस प्रयासों के साथ ही सतत मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन जरूरी है। यह काम हम सभी को मिलजुलकर करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनजाति क्षेत्रों के छात्रावासों में विद्यार्थियों के लिए निर्धारित राशि का पूरा-पूरा सदुपयोग होना चाहिए।
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री ने जनजाति क्षेत्रीय विकास आयुक्त को खेल छात्रावासों में खेलकूद की सुविधाओं की एक माह में व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री नंदलाल मीणा व अन्य अतिथियों ने समारोह में संभाग भर की विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित 138 जनजाति प्रतिभाओं को नकद प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार राशि, प्रशस्ति पत्र/स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। इनमें 78 पुरुष तथा 60 महिला प्रतिभाएं सम्मिलित हैं। इन प्रतिभाओं को कुल 10 लाख की प्रोत्साहन पुरस्कार राशि प्रदान की गई। सम्मानित होने वाली प्रतिभाओं में पीएच.डी. उपाधि पाने वाले 2, राजपत्रित सेवाओं में चयनित 4, पीएमटी/पीईटी/आईआईटी में चयनित 52, यूजी/पीजी परीक्षा में 65 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले 28, बारहवीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले 14 और दसवीं में 75 फीसदी से अधिक अंक पाने वाले 38 विद्यार्थी शामिल हैं।

इस अवसर पर जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री नंदलाल मीणा ने उदयपुर जिले की 51 जनजाति बालिकाओं को नि:शुल्क स्कूटी वितरित की। इन बालिकाओं ने दसवीं एवं बारहवीं बोर्ड की परीक्षाओं में 65 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।

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