- January 14, 2015
छह वार्डों के लिए 15 उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित
प्रतापगढ़, 14 जनवरी/ पंचायत राज आम चुनाव 2015 के दूसरे चरण के तहत प्रतापगढ़ जिला परिषद के छह वार्डों से किसी उम्मीदवार ने नामांकन पत्रा वापिस नहीं लिया। बुधवार को 15 प्रत्याशियों को चुनाव चिन्हों का आवंटन कर चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन किया गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी रतन लाहोटी ने बताया कि जिला परिषद के वार्ड संख्या 1 से नाथू पुत्रा पेमा देवली भारतीय जनता पार्टी को कमल, समंुद्र सिंह पुत्रा शंभुसिंह बंबोरा जागीर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को हाथ, वार्ड 4 से उमेश पुत्रा लक्ष्मण नलवा धरियावद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को हाथ, भगवान लाल पुत्रा हीरालाल सांठपुरा भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी को बाल और हंसिया, भेंरूलाल पुत्रा तेजाराम केसरपुरा भारतीय जनता पार्टी को कमल, वार्ड 5 से रेणु देवी पुत्राी मोतीलाल गुमानपुरा भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी बाल और हंसिया, लक्ष्मी पुत्राी देवीलाल मानपुर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को हाथ, सागर पत्नी लालुराम सुईयाखेड़ा भारतीय जनता पार्टी को कमल चिह्न आवंटित किया गया।
उन्होंने बताया कि वार्ड संख्या 6 से दिनेष कुमार पुत्रा पृथ्वीराज मुंगाणा भारतीय जनता पार्टी को कमल, मदन सिंह पुत्रा लक्ष्मण सिंह घटेला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को हाथ, महेश कुमार मीणा पुत्रा सुखलाल जवाहरनगर भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी को बाल और हंसिया, वार्ड 7 से मोनिका पत्नी लोकेश कुमार गाडरियावास भारतीय जनता पार्टी को कमल, शमिष्ठा पत्नी सुरेन्द्र कुमार धरियावद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को हाथ, वार्ड 17 से केसरीमल पुत्रा डालू छायणकलां भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को हाथ, लाला राम पुत्रा हजारी जाखमिया भारतीय जनता पार्टी को कमल का चिह्न आवंटित किया गया।
–जल संरक्षण पर जिला स्तरीय कार्यशाला
प्रतापगढ़, 14 जनवरी/ जिला कलक्टर रतन लाहोटी ने कहा कि प्रतापगढ़ जिले में जल की कोई कमी नहीं है, लेकिन इसके समुचित उपयोग एवं संरक्षण की जरूरत है। वह बुधवार को जिला कलक्ट्रेट के सामने स्थित सामुदायिक भवन में ‘हमारा जल हमारा जीवन’ कार्यक्रम के तहत आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
जिला कलक्टर ने कहा कि प्रकृति ने प्रतापगढ़ को संसाधन उपलब्ध कराने में कोई कमी नहीं रखी है। यह हमारे को सोचना है कि इनका उपयोग कैसे करें? यदि प्राकृतिक संसाधनों का समुचित एवं बुद्धिमत्तापूर्ण उपयोग करेंगे तो कभी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि हम पानी पैदा तो नहीं कर सकते, लेकिन बचा जरूर सकते हैं। जल की बचत ही इसका उत्पादन है। प्रतापगढ़ जिले में वर्षा अच्छी होती है, किन्तु अधिकतर पानी बहकर चला जाता है जिसका कोई उपयोग नहीं हो पाता है। इस समस्या से निपटने के लिए छोट-छोटे एनिकट का निर्माण किया जा रहा है। मनरेगा के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक मॉडल तालाब विकसित किया जा रहा है। जिले की भौगोलिक संरचना भी वर्षा जल के संग्रहण के लिए उपयुक्त है। यहां तालाब, टांके आदि बनाना आसान है।
कलक्टर लाहोटी ने लोगों से जल का दुरूपयोग रोकने की अपील करते हुए जल संरक्षण के लिए जनजागरूकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गांवों में जल समितियां व स्वयंसेवी समितियां इस कार्य में महती भूमिका निभा सकती है। जिला कलक्टर ने जल संरक्षण से संबंधित ऐसी कार्यशालाएं पंचायत समिति व ग्राम पंचायत स्तर तक कराने का सुझाव दिया जिससे इस कार्य में लोगों की भागीदारी बढ़ सकेगी। उन्होंने कहा कि इसी का ही परिणाम है कि इस साल नहरों के टेल क्षेत्रा तक पर्याप्त पानी पहुंचा है।
अनुजा निगम के परियोजना प्रबंधक विजय सिंह नाहटा ने कहा कि समाज में जागरूकता बढ़ाकर जल की कमी की समस्या से निजात पा सकते हैं। एक-एक व्यक्ति को इस कार्य से जुड़ने की आवश्यकता है। इसकी शुरूआत परिवार से होनी चाहिए जो राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे। जल संसाधन खंड के अधिशासी अभियंता एवं कार्यक्रम सदस्य सचिव विनीत शर्मा ने कहा कि जिले में जल संग्रहण के लिए परिस्थितियां अनुकूल है, लेकिन वर्तमान में केवल 15 से 20 फीसदी पानी का ही संग्रहण हो पा रहा है जिसे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने जिले में वर्षा की मात्रा, जल की उपलब्धता एवं जल संग्रहण की जानकारी दी। पीएचईडी के अधिशासी अभियंता ने पेयजल व्यवस्था के संबंध में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने पेयजल की