- December 28, 2020
छठे दिन हड़ताल : डॉक्टरों में आक्रोश , PMCH से मरीजों का पलायन जारी— पूछे बिना फोटो या वीडियोग्राफी नहीं
पटना — जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की हड़ताल से सीनियर डॉक्टर तंग हो चुके हैं। इस मामले को लेकर PMCH अधीक्षक और IMA अध्यक्ष डॉ. विमल कारक स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत से मिलने वाले हैं।
‘सरकार के काम नहीं तो पैसा नहीं’ के ऐलान के बाद अब PMCH प्रशासन ने हड़ताल में शामिल डॉक्टरों को 24 घंटे के अंदर हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया है।
यह नोटिस हॉस्टल में चिपका दिया गया है। स्टाइपेंड काटने की भी प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल छठे दिन भी जारी है। एक ओर जहां जूनियर डॉक्टरों में आक्रोश बढ़ रहा है, वहीं PMCH से मरीजों का पलायन जारी है। आज जूनियर डॉक्टरों का रुख कड़ा है। रविवार को कैंडल मार्च में भी आक्रोश दिखा है।
जूनियर डॉक्टरों की लड़ाई के बीच अब मीडिया को भी PMCH प्रशासन निशाने पर ले रहा है। मीडिया को बीच मे लाकर इस लड़ाई को डायवर्ट किया जा रहा है। अस्पताल में अब संबंधित विभागों के अध्यक्ष से पूछे बिना फोटो या वीडियोग्राफी नहीं हो सकेगी। दर्जनों जगहों पर फोटो एवं वीडियो लेने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि PMCH प्रशासन इसे कोरोना के कारण उठाया गया कदम बता रहा है।
कोर्ट जाने की तैयारी में सरकार
स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के अधीक्षक और प्राचार्य को नए सिरे से हड़ताली डॉक्टरों को चिन्हित करते हुए उन्हें नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। सरकार जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर कोर्ट में अवमानना का मामला दायर कर सकती है।
2020 अगस्त में कोर्ट ने डॉक्टरों की प्रस्तावित हड़ताल पर यह कहते हुए रोक लगा दी थी कि राज्य कोरोना महामारी से जूझ रहा है, ऐसी स्थिति में डॉक्टरों की हड़ताल उचित नहीं है।