- May 10, 2018
चालीस साल बाद मिला बहनों को खातेदारी अधिकार
जयपुर—— चिलचिलाती धूप और पसीने छुड़ाती गर्मी में जिले में चल रहे राजस्व शिविर कई प्रकरणों में हाथों-हाथ मिल रहे निस्तारणों से आमजन के लिए राहत की बरसात लेकर आए हैं।
ऎसा ही एक वाकया देखने को मिला गुरूवार को डूंगरपुर जिले के राजस्व लोक अदालत न्याय आपके द्वार अभियान 2018 के तहत चल रहे ग्राम पंचायत हथाई के शिविर में।
बुधवार को पंचायत समिति दोवड़ा की ग्राम पंचायत हथाई में आयोजित शिविर में मावजी व जगजी पिता सोमा भील अपनी बहनों के साथ पहुंचे। उन्होंने बताया कि चालीस साल पूर्व उनके पिता की मृत्यु हो जाने के बाद उनकी खातेदारी जमीन में तकनीकी कारणों से उनकी बहनों का नाम नही जुड़ा सका जिसके कारण वे खातेदारी हक सेे अब तक वंचित है।
दोनों भाईयों ने शिविर प्रभारी उपखण्ड अधिकारी डूंगरपुर दीपक मेहता के समक्ष राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1955 की धारा 88 के अन्तर्गत प्रकरण प्रस्तुत किया जिसमें मौजा हथाई के खाता संख्या 337 खसरा संख्या 25 रकबा 25 बिघा 10 बिस्वा में चालीस साल पूर्व अपने पिता सोमा पिता अमरा की मृत्यु हो जाने के बाद बहनों कमला पिता सोमा एव मीर पिता सोमा का नाम हमारे खाते में दर्ज नही होने तथा बहनों को भी खातेदारी हक दिलवाने की बात कही । उन्होंने आपसी सहमति जताते हुए अपनी बहनों के नाम भी संयुक्त रूप से अपने पिता के खाते की भूमि में साथ जोडने का प्रकरण प्रस्तुत किया।
शिविर में वाद प्रस्तुत होने पर शिविर प्रभारी उपखण्ड अधिकारी डूंगरपुर मेहता ने खातेदार मावजी व जगजी पिता सोमा भील साकिन हथाई के बयान लिए जिसमेें दोनो भाईयो ने उनकी बहनों का नाम जोडा जाने पर उनको किसी प्रकार की आपत्ति नही होना स्वीकार किया। इसके साथ ही सरंपच ग्राम पंचायत हथाई ने भी नाम जोडने हेतु अभिशंषा की।
इस पर मौके पर ही शिविर प्रभारी उपखंड अधिकारी दीपक मेहता के निर्देशन में तहसीलदार प्रवीणसिंह, विकास अधिकारी समयसिंह मीणा, भू अभिलेख निरीक्षक प्रवीण सिंह एवं पटवारी हरेन्द्र सिंह लिपिक सतीश राजभोई ने आवश्यक कार्यवाही को संपादित कर तत्काल ही मौके पर प्रकरण का निस्तारण करते हुए दोनों बहनों को खातेदारी अधिकारी प्रपत्र प्रदान किए।
चालीस साल के लम्बे अंतराल केे बाद खातेदारी अधिकार पाकर हुई खुशी व राहत भरी गर्मी में पूरे परिवार के चेहरों पर सुकून के रूप में सहज ही दिखाई दे रही थी।
इस पर मौके पर उपस्थित सभी ग्रामवासियों सहित पूरे परिवार ने राजस्व शिविरों में प्रकरणों के हाथों-हाथ हो रहे निस्तारण के लिए राज्य सरकार का आभार जताया।