• December 13, 2017

चालक भर्ती के ड्राइविंग टेस्ट निरीक्षण–उपायुक्त सोनल गोयल

चालक भर्ती के ड्राइविंग टेस्ट निरीक्षण–उपायुक्त सोनल गोयल

झज्जर, 13 दिसंबर। उपायुक्त सोनल गोयल ने कहा कि हरियाणा राज्य कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से चालकों की भर्ती के लिए जारी ड्राइविंग टेस्ट के दौरान पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। हरियाणा राज्य परिवहन विभाग के झज्जर डिपो स्थित कार्यशाला में जारी ड्राइविंग टेस्ट की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है।
1
उन्होंने बुधवार को हरियाणा राज्य परिवहन विभाग की झज्जर स्थित वर्कशॉप में जारी ड्राइविंग टेस्ट का निरीक्षण करने के उपरांत यह बात कही। ड्राइविंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए उपायुक्त की ओर से एसडीएम बादली त्रिलोक चंद को प्रतिनिधि भी नियुक्त किया गया है।

श्रीमती सोनल गोयल ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की ओर से भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह निष्पक्ष व पारदर्शी बनाए रखने के स्पष्ट निर्देश है। ऐसे में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। चालक भर्ती के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा निर्धारित मानदण्डो के बारे में संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली।

उन्होंने बताया कि निर्धारित मानदण्डो को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। साथ ही इस टेस्ट में आने वाले आवेदको को भी नियमावली से अवगत कराया जाए। ड्राइविंग टेस्ट की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी तो कराई जाए साथ ही संबंधित अधिकारी भी निगरानी रखें। उपायुक्त ने इस दौरान अनेक आवेदकों के ड्राइविंग टेस्ट का स्वयं भी निरीक्षण किया।

हरियाणा राज्य परिवहन विभाग के महाप्रबंधक लेखराज ने उपायुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर में बीते चार दिसंबर से चालक भर्ती प्रक्रिया के तहत ड्राइविंग टेस्ट लिए जा रहे है जोकि आगामी 15 दिसंबर तक जारी रहेगी। वर्कशॉप में प्रतिदिन 60 अभ्यर्थियों को ड्राइविंग टेस्ट के लिए आमंत्रित किया जाता है।

ड्राइविंग टेस्ट के लिए आवेदक को डग टेस्ट, आठ शेप, जिग-जैग व रोड टेस्ट से होकर गुजरना पड़ता है। क्रमवार होने वाले इनमें से किसी भी एक टेस्ट में अनुतीर्ण होने पर आवेदक भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो जाता है। इस टेस्ट के लिए परिवहन विभाग की ओर से महाप्रबंधक दादरी राम कुमार, टीएम भिवानी भरत परमार व हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के प्रतिनिधि जगमाल सिंह को नियुक्त किया गया है। टेस्ट के लिए आने वाले आवेदक के सबसे प्रमाण पत्रों की जांच फिर बायोमीट्रिक हाजिरी लगवाई जाती है।

इस अवसर पर जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी विशाल कुमार सहित टेस्ट प्रक्रिया से जुड़े अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

Related post

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

एड. संजय पांडे — शिवगिरी मठ सभी दलों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखता है। वार्षिक…
हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी इमारतों को हिला दिया

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी…

बीजिंग/काठमांडू 7 जनवरी (रायटर) – चीनी अधिकारियों ने कहा  तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से…
1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति : सर्वोच्च न्यायालय

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति…

सर्वोच्च न्यायालय ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की उस याचिका पर विचार करने पर सहमति जताई…

Leave a Reply