चार्टर्ड अकाउंटेंट दिवस समारोह -जीएसटी मील का पत्थर -मुख्यमंत्री,

चार्टर्ड अकाउंटेंट दिवस समारोह -जीएसटी मील का पत्थर  -मुख्यमंत्री,

जयपुर———– मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि जीएसटी भारत जैसे राष्ट्र के लिए आर्थिक सुधार की नई शुरुआत है जो देश एवं प्रदेश की उन्नति में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के इस निर्णय के बाद माल और सेवाओं पर देशभर में करों में समानता आ जायेगी, इससे व्यापार करना आसान होने जा रहा है।

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मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ,केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री श्री पीपी चौधरी तथा राज्य के उद्योग मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत

श्रीमती राजे शनिवार को सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इण्डिया (आईसीएआई) की ओर से आयोजित चार्टर्ड अकाउंटेंट दिवस समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस कार्यक्रम के मुख्य समारोह को दिल्ली में सम्बोधित किया, जिसका वीडियो लिंक के माध्यम से सभी राज्यों की राजधानियों एवं अन्य शहरों के 200 स्थानों पर सीधा प्रसारण किया गया।

जयपुर के समारोह में केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री श्री पीपी चौधरी तथा राज्य के उद्योग मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में आर्थिक सुधारों का सबसे बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ऎसी पहल की है जिससे करों का बोझ कम होगा और महंगाई नियंत्रित होगी। उन्होंने कहा कि जीएसटी के कारण ट्रांजेक्शन लागत कम होने से भारतीय वस्तुएं तथा सेवाएं अंतर्राष्ट्रीय बाजार की प्रतिस्पर्धा में टिक सकेंगी और देश के निर्यात में वृद्धि होगी।

रजिस्ट्रेशन, रिटर्न, टैक्स भुगतान और रिफण्ड आदि ऑनलाइन होने से कर प्रणाली में पारदर्शिता आएगी और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्रगति मिलेगी।

आम आदमी का रखा विशेष ध्यान श्रीमती राजे ने कहा कि जीएसटी लागू करने से पहले केन्द्र सरकार ने आम आदमी का विशेष ध्यान रखा है। जीएसटी में जहां एक ओर अनाज को कर मुक्त रखा वहीं दैनिक उपयोग की जरूरी वस्तुओं पर टैक्स मौजूदा कर भार से कम रखा गया। उन्होंने कहा कि जीएसटी पर उद्योग और व्यापार जगत का पक्ष जानकर कई सुझाव जीएसटी काउंसिल के सामने रखे, जिसके आधार पर प्रदेश के हित में कुछ बदलाव भी हुए।

केन्द्र सरकार ने छोटे, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों को ध्यान में रखते हुए कम्पोजिशन सीमा 50 लाख से 75 लाख करने की मांग भी मानी। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापारी बंधुओं की मांग पर ई-वे बिल वर्तमान स्वरूप में लागू नहीं किया जाएगा। सरकार ने अभी लोगों से सुझाव मांगे हैं जिनके आधार पर ही ई-वे बिल पर निर्णय लिया जाएगा।

जीएसटी की तैयारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी लागू करने से पहले प्रदेश में पूरी तैयारियां की गई। वाणिज्यिक कर विभाग को संभाग, जिला, उपखण्ड तथा तहसील स्तर पर कार्यशालाओं के आयोजन के निर्देश दिए गए ताकि लोगों को इसके बारे में जानकारी दी जा सके।

विभाग ने व्यापारिक संगठनों और कर सलाहकारों के सहयोग से राज्यभर में 350 से अधिक कार्यशालाएं आयोजित कर लोगों की भ्रांतियां दूर की और जीएसटी की प्रक्रिया समझने में मदद की।

व्यापारियों की शंका समाधान के लिए कॉल सेंटर और संभाग स्तर पर हेल्प डेस्क स्थापित किए गए। उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की ओर से संचालित किए जा रहे जीएसटी क्लिनिक की सराहना की और सीए से जीएसटी व्यवस्था को ठीक से लागू करने में सरकार एवं व्यापारियों को मदद करने को कहा।

श्रीमती राजे ने कहा कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई योजना राजस्थान औद्योगिक प्रोत्साहन नीति (रिप्स)-2017 का लाभ लेने वाले उद्योगों को जीएसटी के तहत लाभ मिले, इसके लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कमेटी के सुझाव अमल में लाए जाएंगे।

केन्द्रीय विधि राज्य मंत्री श्री पीपी चौधरी ने सीए प्रोफेशनल्स का आह्वान किया कि वे जीएसटी प्रणाली और इसकी प्रक्रिया को जन-जन तक ले जाने और इसके बारे में भ्रम दूर करने का काम करें। उन्होंने कहा कि सीए को ’टैक्स कैसे बचाएं’ की पुरानी सोच को छोड़कर ’टैक्स कैसे भरें’ के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीएसटी से प्रदेश और समाज के सभी वर्गाें को लाभ होगा और आने वाले समय में राजस्व संग्रहण में बढ़ोतरी होगी।

राज्य के उद्योग मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत ने जीएसटी को आधुनिक आर्थिक सुधार बताते हुए कहा कि देश को लम्बे समय से इसकी जरूरत थी और यह विशालतम कर एकीकरण साबित होगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी के बाद कीमतें बढ़ने का डर वास्तविक नहीं, सिर्फ मन का डर है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार की आधी रात को उदय हुए सूरज से भारत की अर्थव्यवस्था और गरीब का चेहरा चमकेगा।

कार्यक्रम को प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री पीएस मेहरा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, आईसीएआई की केन्द्रीय परिषद के सदस्य श्री प्रकाश शर्मा और श्री श्याम लाल अग्रवाल आईसीएआई की जयपुर ब्रांच के अध्यक्ष श्री अभिषेक शर्मा सहित बड़ी संख्या में सीए प्रोफेशनल्स एवं छात्र तथा गणमान्यजन उपस्थित थे।

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