चंदेरी साड़ी की पहचान :- मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा
मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा ने कहा है कि चंदेरी साड़ी की पहचान को नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिये शासन-प्रशासन द्वारा हर संभव मदद दी जायेगी। बुनकरों की कला को नवीन आधुनिक तकनीक के माध्यम से बेहतर स्थान दिलवाया जायेगा। मुख्य सचिव ने यह विचार आज अशोकनगर जिले के चंदेरी के भ्रमण के दौरान चंदेरी साड़ी बुनने वाले बुनकरों के घर पहुँचकर व्यक्त किये। इस मौके पर प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग डॉ. प्रवीर कृष्ण भी उनके साथ थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि चंदेरी के बुनकरों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा कार्य-योजना बनाकर सभी समस्या का निराकरण हर स्तर पर करवाने का प्रयास किया जायेगा। चंदेरी के स्थानीय बुनकरों को बनारस तथा बैंगलुरु से कुशल प्रशिक्षित बुनकरों से प्रशिक्षण दिलवाया जायेगा। लकड़ी लूम्स की जगह एंगिल लूम्स स्थापित करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कम्प्यूटराइज्ड डिजाइन के लिये पंचिंग मशीन लगवायी जायेंगी। पंजीकृत बुनकरों को जॉब-कार्ड बनाकर प्रदान किये जायेंगे।
मुख्य सचिव श्री डिसा ने कहा कि चंदेरी वस्त्रों को टूरिज्म के साथ भी जोड़ा जायेगा और चंदेरी साड़ी को ट्रेड मार्का दिया जायेगा। बुनकरों ने बताया कि चंदेरी में 50 परिवार के 100 लूम्स स्थापित हैं। बुनकर कॉलोनी का निर्माण वर्ष 1982 में हुआ था। मुख्य सचिव ने कहा कि नवीन बुनकर कॉलोनी में 100 आवास बनवाये जायेंगे। पुराने मकानों की मरम्मत करवायी जायेगी। मुख्य सचिव श्री डिसा ने बुनकरों के लिये बनने वाले हेण्डलूम पार्क का भी निरीक्षण किया। चंदेरी में 50 करोड़ की लागत से हेण्डलूम पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। पार्क में 240 बुनकर को विश्व-स्तरीय प्रशिक्षण दिये जाने की व्यवस्था होगी। पार्क का निर्माण 4.19 हेक्टेयर भूमि पर किया जा रहा है। चंदेरी साड़ी की ऑनलाइन बिक्री को बढ़ावा देने के लिये कम्प्यूटरीकृत डिजाइन सेंटर एवं मार्केटिंग के लिये सेटअप तैयार किया जायेगा। इसमें यार्न बैंक भी रहेगा, जिसमें बुनकरों के लिये सिल्क, साड़ी में लगने वाले सभी प्रकार के धागे उचित दरों से बुनकरों को उपलब्ध हो सकेंगे।
मुख्य सचिव ने चंदेरी में गिन्नी भवन साड़ी बुनाई प्रशिक्षण केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने संग्रहालय में स्थापित कला पर आधारित विभिन्न डिजाइन की गयी साड़ियों को देखा। मुख्य सचिव ने प्रशिक्षण लेने वालों की छात्रवृत्ति 750 प्रतिमाह से बढ़ाकर 1500 रुपये किये जाने के निर्देश दिये। श्री डिसा ने चंदेरी में राजा-रानी महल पहुँचकर चंदेरिया एनजीओ की गतिविधियों को देखा। मुख्य सचिव ने बादल महल और चंदेरी म्यूजियम का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि चंदेरी की पुरातत्व सम्पदा का संरक्षण किया जायेगा और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये विशेष पहल की जायेगी।
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मुकेश मोदी |
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