• February 19, 2015

घुड़सवारी प्रतियोगिता: राजस्थान पुलिस : गोल्ड मैडल

घुड़सवारी प्रतियोगिता: राजस्थान पुलिस : गोल्ड मैडल

जयपुर- राजस्थान पुलिस अकादमी में चल रही 33वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता के छठे दिन बुधवार को एक बार फिर राजस्थान पुलिस के घुड़सवारों ने अपना कमाल दिखाया। राजस्थान पुलिस के कॉन्स्टेबल श्री वीरेंद्र सिंह ने स्वर्ण पदक जीता, वहीं श्री मंगेज सिंह तृतीय स्थान पर रहे। प्रतियोगिता में घुड़सवारों ने शो जम्पिंग में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। पदक जीतने के लिए हर घुड़सवार ने जी-जान लगा दी। घोड़ों की फुर्ती और घुड़सवारों का त्वरित निर्णय देखने लायक था। दर्शकों की तालियों की गूंज के बीच मैदान पर घोड़े और घुड़सवार दोनों ही अपनी लय में नजर आए।

आज के परिणाम

शो जम्पिंग प्रीलिमनरी फॉल्ट एंड आउट प्रतियोगिता में राजस्थान पुलिस के कॉन्स्टेबल वीरेंद्र सिंह प्रथम स्थान पर रहे। दूसरे स्थान पर असम रायफल के श्री लखबीर, तीसरे स्थान पर राजस्थान पुलिस के हैड कॉन्स्टेबल श्री मंगेज सिंह और चौथे स्थान पर र्कनाटक पुलिस के कॉन्स्टेबल के.एस. रुदरप्पा रहे।

फैरियर प्रतियोगिता में सीमा सुरक्षा बल के कॉन्स्टेबल श्री भूपेंद्र सिंह प्रथम स्थान पर रहे। छत्तीसगढ़ पुलिस के कॉन्स्टेबल श्री उधम सिंह दूसरे स्थान पर, आईटीबीपी के हैड कॉन्स्टेबल श्री महेंद्र सिंह तृतीय स्थान पर और पंजाब पुलिस के एएसआई श्री राजेंद्रपाल सिंह चर्तुथ स्थान पर रहे।

चोटिल होते हैं, पर हार नहीं मानते

हरियाणा पुलिस के टीम इन्र्चाज सब इन्सपेक्टर श्री रामेश्वर दास बताते हैं कि वह 22 साल से घुड़सवारी कर रहे हैं। वह राष्ट्रीय स्तर के घुड़सवार रह चुके हैं। अब तक लगभग 50 मैडल जीत चुके हैं। अब भी टैंट पेगिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं। हरियाणा पुलिस टीम के बारे में बताते हुए वह कहते हैं कि हमारे पास 14 घुड़सवार और 19 घोड़े हैं। पिछली बार गुजरात में हुई अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता में हरियाणा पुलिस ने 18 मैडल जीते थे।

श्री रामेश्वर दास बताते हैं कि इस खेल के दौरान कई बार घुड़सवार चोटिल हो जाते हैं। 2007 में टैंट पेगिंग करते समय दो घोड़े भिड़ गए। इस कारण दो महीने तक मुझे अस्पताल के चक्कर लगाने पड़े। मेरी रीढ़ की हड्डी में चोट आई थी, पर मैंने हिम्मत नहीं हारी और आगे भी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेता रहा। टीम के सदस्यों पर पूरा भरोसा रखने वाले श्री रामेश्वर कहते हैं कि मुझे हैड कॉन्स्टेबल श्री जितेंद्र सिंह पर काफी भरोसा है। वह शो जम्पिंग का चैंपियन है। इस बार वह शो जम्पिंग मीडियम में स्र्वण पदक जीत चुका है। वह रतन नाम के घोड़े पर घुड़सवारी करता है।

मुझे उम्मीद है कि रतन क्रॉस कंट्री प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करेगा। हरियाणा टीम के कप्तान र्निमल सिंह भी काफी अच्छे घुड़सवार हैं। वह 1988 से घुड़सवारी कर रहे हैं। अब तक कुल मिलाकर अलग-अलग तरह के 110 मैडल जीत चुके हैं। घुड़सवारी के बारे में वह बताते हैं कि यह जोश, जुनून और उत्साह का खेल है। अगर घुड़सवार घोड़े को नियंत्रित करने की कला जानता है, तो कभी विफल नहीं हो सकता। जीत पाने के लिए मैदान, घोड़ा, घुड़सवार, हिम्मत सब कुछ परफेक्ट होना जरूरी है।

उल्लेखनीय है कि 33वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता में देशभर की 17 टीम और 300 घोड़े हिस्सा ले रहे हैं। इस आयोजन में कुल 32 प्रतिस्पर्धाएं होंगी। प्रतियोगिता का समापन 20 फरवरी को सायं 4.00 बजे मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे राजस्थान पुलिस अकादमी स्टेडियम में करेंगी। इस आयोजन का आनंद विभिन्न स्कूलों के बच्चे और शहर के गणमान्य नागरिक नि:शुल्क उठा सकते हैं।

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