- November 25, 2015
ग्लोबल बाँस समिट : 29 से 31 जनवरी, 2016
देश का पहला ग्लोबल बाँस समिट 29 से 31 जनवरी, 2016 को इंदौर में होगा। मध्य प्रदेश बाँस मिशन और इंडिया फेडरेशन ऑफ ग्रीन एनर्जी द्वारा इंदौर के ब्रिलियन्ट कन्वेंशन सेंटर में होने वाला समिट ‘बैम्बू फॉर सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट-ग्लोबल को- ऑपेरशन’ पर केन्द्रित होगा। सम्मेलन बाँस उत्पादकों और बाँस कारोबारियों को वैश्विक नेटवर्क से जोड़ने का उत्कृष्ट अवसर उपलब्ध करवाएगा। ग्लोबल समिट का उद्देश्य बाँस उत्पादक, कारीगर, उद्यमियों और तकनीशियन को विचार-विमर्श के लिए एक मंच उपलब्ध करवाना, बाँस का उपार्जन, बाँस नीति, बाँस नवाचार आदि पर चर्चा करना है। सम्मेलन में बाँस उत्पादन में अन्तर्राष्ट्रीय माँग और खपत, बैंकिंग संस्थाओं, डिजाइनर और बाँस उद्यमियों के बीच ताल-मेल बढ़ाना है। समिट में ऐसे जिलों में बाँस के माध्यम से आर्थिक उन्नति के बारे में भी चर्चा होगी जिनमें प्रचुर मात्रा में बाँस उत्पादन होने के बावजूद उचित आर्थिक दोहन नहीं हो पा रहा है। समिट में जलवायु परिर्वतन में बाँस की भूमिका, इमारती लकड़ी के विकल्प के रूप में बाँस उत्पाद की बाजार महत्ता बढ़ाना, बाँस शिल्प और बाँस उत्पाद के लिए श्रंखला प्रबंधन, मेक इन इंडिया में बाँस आदि पर भी चर्चा होगी। भारत बाँस उत्पादन में विश्व में द्वितीय स्थान पर है। यहाँ बाँस की 130 प्रजाति पाई जाती हैं। भारतीय बाँस उद्योग प्रतिवर्ष अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर 2040 करोड़ और देश में 4463 करोड़ का व्यापार करता है। युक्तिपूर्ण प्रबंधन से बाँस को ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था की उन्नति, लकड़ी के वैकल्पिक स्त्रोत और जलवायु परिवर्तन में एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में विकसित किया जा सकता है। |