- January 13, 2016
ग्रामीण क्षेत्र में विकास के प्रयास करें :: किलकारी वायस मैसेज
जयपुर- जिला प्रमुख श्री मूलचंद मीना ने कहा है कि जनप्रतिनिधी एवं अधिकारी मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में चहुंमुखी विकास के सार्थक प्रयास करें।
जिला प्रमुख श्री मीना मंगलवार को जिला परिषद के सभागार में जिला परिषद की प्रशासन एवं स्थापना स्थायी समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला परिषद की प्रशासन एवं स्थापना समिति के सदस्यों को संबंधित विभागों के अधिकारी विभागीय कार्याे की विस्तार से आवश्यक जानकारी देने के साथ ही किसी भी तरह का कार्य किये जाने से पूर्व समिति के सदस्यों से अनुमति ली जानी चाहिये।
उन्होने विकास अधिकारियों से कहा कि वे जनप्रतिनिधियों के प्रति जवाबदेह रहें। उन्होंने कहा कि चिकित्सा, शिक्षा , सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता , महिला एवं बाल विकास एवंं कृषि विभाग की योजनाओं का ग्रामीणों को अधिकाधिक लाभ मिलना चाहिये इसके लिये अधिकारी सक्रिय होकर कार्य करें।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयोंं में बच्चों का ठहराव, शौचालय व पेयजल की व्यवस्था करने, स्वास्थ्य केन्द्रो मेें पर्याप्त दवाईयां उपलब्ध रखने, पेशनरो व पालनहर योजना के पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करने, आगंनबाडी केन्द्र पर कार्यकर्ताओं की उपस्थ्िित सुनिश्चित करने, व बच्चों को पूरक पोषाहार उपलब्ध कराने के साथी कृषकों को जीएसएस के माध्यम से खाद, बीज समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
बैठक मेें जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती अनुपमा जोरवाल ने शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को विभागीय योजनाओ का सुचारू क्रियान्वयन करने के निर्देश दिये। बैठक में जिला परिषद सदस्य एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
किलकारी वायस मैसेज—-आशा कॉडिनेटर व आईईसी कॉडिनेटर –———————- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी के उद्देश्य से आशा-सहयोनियों का कौशल विकास किया जा रहा है। इसके लिए विशेष मोबाइल एकेडमी एप्लीकेशन एवं किलकारी योजनाएं प्रांरभ कर दी गयी है।
मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन ने मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में सभी जिलों के जिला आशा कॉडिनेटर व जिला आईईसी कार्डिनेटरों को मोबाइल बेसड एप्लीकेशन के प्रशिक्षण कार्यशाला में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किलकारी के तहत् गर्भवती महिलाओं व उनके परिजनों को उनके मोबाइल फोन पर वायस मैसेज भेजकर प्रसव पूर्व जांच, संस्थागत प्रसव, प्रसव पश्चात् जांच एवं टीकाकरण संबंधित आवश्यक जानकारियां एवं उपलब्ध करवायी जा रही प्रसव सेवाओं के बारे में सूचना भिजवाने की व्यवस्था की गयी है।
जिलास्तरीय एनएचएम अधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त कर किलकारी एवं मोबाइल एकेडमी एप्लीकेशन के महत्व एवं उपयोग की जानकारी जिलों में संचारित करेंगे।श्री जैन ने बताया कि वायस मैसेज सेवा के माध्यम से मेटरनल चाइल्ड ट्रेकिंग सिस्टम (एम.सी.टी.एस.) में दर्ज लाभार्थियों के मोबाइल नम्बरों पर प्रथम एएनसी से लेकर बच्चे के जन्म व एक वर्ष तक की उम्र में लगने वाले टीकों के समय व सेवाओं की उपलब्धता के बारे में 70 सप्ताह तक 72 वायस मैसेज भेजे जाएंगे।