• December 16, 2021

गैंगवार के चलते हुई हत्या मेँ तीन युवक 16 माह से जेल मेँ बंद — अधिवक्ता डा एपी सिंह

गैंगवार के चलते  हुई हत्या मेँ तीन युवक 16 माह से जेल मेँ बंद — अधिवक्ता  डा एपी सिंह

(LatestLaws.com)

कालोनी नंबर-4, इंडस्ट्रियल एरिया में पिछले साल चाकुओं से हमला कर एक युवक की हत्या के आरोप में 16 महीने से जेल में बंद 3 युवकों को घर वालों ने उन्हें बेकसूर बताया है। सुप्रीम कोर्ट के वकील व तीनों युवकों के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि तीनों ही युवक बेकसूर हैं और मृतक की हत्या गैंगवार के चलते हुई है। इस संबंध में तीनों युवकों का उस गैंगवार से कोई लेना-देना नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि दो युवक तो वारदात के समय मौजूद ही नहीं थे।

सुप्रीम कोर्ट के वकील डा एपी सिंह ने सोमवार को प्रेस क्लब में हत्या के आरोप में पिछले 16 माह से जेल में बंद युवकों के परिजनों के साथ प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि 23 अगस्त 2020 को रात करीब 9.30 बजे संदीप उर्फ बतीसा की गैंगवार के चलते हत्या हुई है। राजेश वर्मा के दो बेटे विकास,आकाश और चंद्रभान के बेटे अमन के अलावा एक अन्य युवक वरिंद्र उर्फ बीड़ी इस हत्या मामले में नामजद हैं।

पुलिस ने इन चारों में से बीड़ी को छोड़कर बाकी तीनों को 24 अगस्त 2020 को गिरफ्तार किया था। एपी सिंह ने कहा कि 23 अगस्त को रात बतीसा गैंग के कुछ सदस्य आकाश को बेवजह पीट रहे थे,

जब उसकी गैंग के कुछ सदस्यों ने आकाश का पीटने पर आपत्ति जताई तो उनकी आपस में ही बहस हो गई जिसके चलते एक युवक ने चाकू घोंप कर संदीप उर्फ बतीसा की हत्या कर दी। वहीं, उक्त तीनों युवकों का इस हत्या मामले में झूठा फंसाया है।

पुलिस को इस मामले की पूरी तफ्तीश करनी चाहिए। वहीं, इस मामले पर चंडीगढ़ पुलिस विभाग के अधिकारियों ने बयान दिया कि हत्या जैसे संगीन अपराध में पूरी जांच के बाद आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।

सवाल: शाम 6 से 10 बजे तक अमन घर ही था, तो वह कैसे करेगा हत्या

हत्या के आरोप में जेल में बंद अमन के पिता चंद्रभान ने कहा कि 23 अगस्त 2020 को उनका बेटा अमन शाम करीब 6 बजे से रत 10 बजे तक घर पर ही था। इतना ही नहीं अमन की उस दिन अपने किसी रिश्तेदार से बातचीत भी हो रही थी। जिसका सबूत भी उनके पास है। उन्होंने कहा कि 24 अगस्त 2020 को सुबह करीब 5.30 बजे पुलिस उनके घर आई और अमन थाने ले गई। थाने में विकास और आकाश को भी बिठा रखा था।

चंद्रभान के अनुसार पुलिस ने उन दोनों से पूछा कि वह अमन को जानते हैं, तो उन्होंने कहा कि अमन को कभी देखा तक नहीं। इसके बाद चंद्रभान ने आरोप लगाया कि इंडस्ट्रियल एरिया थाने के पूर्व एसएचओ ने भी उनको कहा था कि इसमें अमन का कोई लेना-देना नहीं और इसके बावजूद भी पुलिस ने उसे हत्या के केस में गिरफ्तार कर लिया। चंद्रभान ने कहा कि अगर उनके बेटे का कसूर है तो उसे सजा दी जाए अन्यथा बेवजह उसे जेल में न रखा जाए।

पुलिस स्टेशन के चक्कर काटकर थक गया : चंद्रभान

चंद्रभान ने यह भी कहा कि उन्होंने इंडस्ट्रियल एरिया थाने के इतने चक्कर काटे कि उन्हें गिनती तक याद नहीं है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि उस समय थाने में एक कांस्टेबल ने उंगली से इशारा करते हुए पैसों की डिमांड की थी,

लेकिन वह इतने रुपये एकत्र नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि इसी वजह से पुलिस ने उनके बेटे को बेवजह इस केस में घसीटा है। उनका संदीप उर्फ बतीसा व उसके परिवार से कोई रंजिश तक नहीं है, तो उनका बेटा उसकी जान क्यों लेगा।

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