गुरूघासीदास जयंती : मद्य निषेध प्रोत्साहन एवं सम्मान समारोह

गुरूघासीदास जयंती  : मद्य निषेध प्रोत्साहन एवं सम्मान समारोह

नारायणपुर (छत्तीसगढ) –गुरूघासीदास जयंती के अवसर पर मद्य निषेध का संदेश देने एवं इस दिशा में आम जनता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से नारायणपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत कुकड़ाझोर में मद्य निषेध प्रोत्साहन एवं सम्मान समारोह संपन्न हुआ। जिसमें स्कूली बच्चों द्वारा संदेशपरक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गयी। वहीं वक्ताओं ने मद्य निषेध और नशामुक्ति पर बल देते हुए सुशिक्षित और नशामुक्त समाज की कल्पना को साकार करने का आग्रह किया। कार्यक्रम के आरंभ में स्कूली छात्र-छात्राओं सहित ग्रामीणों द्वारा मद्य निषेध संदेश देने हेतु विशाल जनजागरूकता रैली निकाली गयी।

     नारायणपुर ब्लाक के ग्राम पचंायत कुकड़ाझोर में आयोजित इस मद्य निषेध प्रोत्साहन एवं सम्मान समारोह के अवसर पर डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी उपसंचालक समाजकल्याण श्री चंद्रकांत कौशिक ने कहा कि नशा परिवार की सुख शांति और खुशहाली को खत्म कर देती है। नशा के जरिये व्यक्ति अपने घर-परिवार की जिम्मेदारी को भूलकर आर्थिक रूप से भी विपन्न हो जाता है। नशा के नुकसान और उसके प्रभाव के बारे में भावी पीढ़ी को बताने के लिए स्वयं को नशामुक्त होना आवश्यक है, ताकि आने वाली पीढ़ी को नई सीख देकर सुशिक्षित बनाकर विकास की दिशा में हम सभी अग्रसर हो सकें। इस अवसर पर प्राचार्य हायर सेकेण्डरी स्कूल महावीर चौक श्री अली ने नशापान के नुकसान के बारे में विस्तारपूर्वक अवगत कराते हुए कहा कि नशा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

व्यक्ति को इसका सेवन नहीं करना चाहिए, इसके साथ ही दूसरों को भी नशापान नहीं करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, ताकि समाज में नशापान के प्रति जागरूकता बढ़ सके। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों और उपस्थित अन्य लोगों द्वारा नशापान नहीं करने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर सामाजिक संस्था गायत्री परिवार के सदस्यों द्वारा ग्रामीणों को गोण्डी में प्रेरक संदेश देकर नशामुक्त समाज बनाने का आव्हा्न किया गया। इस मौके पर बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नारायणपुर के बच्चों द्वारा नाटक के जरिये नशामुक्ति के लिए प्रेरणास्पद संदेश दिया गया।

शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला महावीर चौक नारायणपुर के छात्र-छात्राओं द्वारा हल्बी नाटिका के जरिये मद्य निषेध संबंधी प्रेरक प्रस्तुति दी गयी। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नारायणपुर के छात्राओं द्वारा भी मद्य निषेध पर प्रेरक नाटक प्रस्तुत किया गया। वहीं उच्च प्राथमिक शाला कुकड़ाझोर के बच्चों ने मद्य निषेध संबंधी गीत प्रस्तुत किया। इसके पश्चात कुकड़ाझोर प्राथमिक शाला के बच्चों ने आकर्षक पंथी नृत्य प्रस्तुत कर ग्रामीणों को भाव-विभोर कर दिया।

कार्यक्रम के आरंभ में स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने नशे का जो हुआ शिकार-उजड़ा उसका घर परिवार, सोचो समझो-बचो नशे से- जीवन जीयो, बड़े मजे से सहित नशा नाश का जड़ है भाई-इसका फल है अति दुखदाई इत्यादि संदेशपरक नारे लगाते हुए विशाल जनजागरूकता रैली गांव में निकाली और लोगों को नशापान से दूर रहने प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत करने के साथ ही अन्य प्रतिभागियों को प्रोत्साहन स्वरूप स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।

नशापान नहीं करने वाले ग्रामीणों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के.कनवर सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारीगण तथा जनपद सदस्य श्री रैनूराम, सरपंच श्री झिटकूराम के अलावा अन्य पंचायत पदाधिकारी तथा स्कूली शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राओं सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।

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