• March 28, 2016

गायत्री मण्डल : प्राच्यसंस्कृति के प्रशिक्षण शिविर

गायत्री मण्डल : प्राच्यसंस्कृति के प्रशिक्षण शिविर
बांसवाड़ा——— वेद, उपनिषद, धर्म-संस्कृति एवं प्राच्यविद्या परंपराओं के संरक्षण-संवर्धन के लिए गायत्री मण्डल बांसवाड़ा अपने विभिन्न प्रकल्पों और शिविरों के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों का संचालन करेगा। इसके साथ ही ज्योतिष, कर्मकाण्ड एवं पौरोहित्य से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रमों और धार्मिक-आध्यात्मिक शिविरों का आयोजन कर नई पीढ़ी को प्राच्यविद्याओं का व्यापक प्रशिक्षण दिया जाएगा।Gayatri Mandal 27 March 2016  (1)
यह निर्णय रविवार को वनेश्वर परिसर में में हुई गायत्री मण्डल की बैठक में लिया गया। इसकी अध्यक्षता जाने-माने वेदविद्वान पं. इन्द्रशंकर झा ने की। बैठक में मण्डल की भावी गतिविधियों की रूपरेखा तय की गई। इस दौरान डॉ. दिनेश भट्ट, भूपेन्द्र तनिक, विश्वेश्वर जोशी, मोहन जोशी,सुभाष त्रिवेदी, विनय भट्ट, अंकित त्रिवेदी आदि ने विचार व्यक्त किए।  आमसभा की शुरूआत आद्यशंकराचार्य एवं पं. महादेव शुक्ल की तस्वीर के सम्मुख दीप प्रज्वलन से हुई।
 नवीन कार्यकारिणी का गठन
इस दौरान चुनाव संयोजक पं. नरहरिकान्त आर. भट्ट की देखरेख में गायत्री मण्डल की कार्यकारिणी के चुनाव हुए। इसमें सर्वसम्मति से श्री विद्यासागर शुक्ला-अध्यक्ष, पं. राजेश त्रिवेदी (छींछ) – महामंत्री, श्री दिलीप सराफ – उपाध्यक्ष, श्री जयनारायण पण्ड्या – मंत्री, श्री नरहरिकान्त एच. भट्ट – कोषाध्यक्ष, श्री त्रम्बकेश्वर ठाकोर – संयुक्त मंत्री, एड्वोकेट श्री मणिशंकर जोशी – विधि मंत्री एवं श्री निरंजन द्विवेदी – प्रचार-प्रसार मंत्री बनाए गए।
कार्यकारिणी सदस्य के रूप में श्री भवानीशंकर पण्ड्या, श्री अनिमेष पुरोहित, श्री अशोक पण्ड्या, श्री मनोहर जोशी, श्री विश्वेश्वर जोशी, पं. श्री प्रदीप शुक्ला एवं पं. श्री नरेन्द्र आचार्य (छींछ) को शामिल किया गया है।
संरक्षक मण्डल
गायत्री मण्डल का संरक्षक मण्डल भी गठित किया गया। इसमें डॉ. दिनेश भट्ट, श्री भूपेन्द्र उपाध्याय ‘तनिक’ श्री चन्दूलाल उपाध्याय, ब्रह्मर्षि पं. श्री दिव्यभारत पण्ड्या, पं. श्री अवधबिहारी भट्ट, श्री सुभाष त्रिवेदी, पं. इन्द्रशंकर झा, पं. श्री नरहरिकान्त आर. भट्ट एवं डॉ. दीपक आचार्य को शामिल किया गया है।
वेदविद्वान पं. इन्द्रशंकर झा ने कार्यकारिणी को शपथ दिलायी। इस दौरान उपस्थितजनों ने गणपति महानुष्ठान और तीर्थ जल कलश पूजन करते हुए गायत्री महापूजा की और संस्था की गतिविधियों में समर्पित भाव से जुटने का संकल्प ग्रहण किया।

 
  

 

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