- March 5, 2016
गांव को मॉडल के रूप में विकसित करें- कमिश्नर श्री टी.सी.महावर
अंबिकापुर ——————- सरगुजा संभाग के कमिश्नर श्री टी.सी. महावर ने कहा है कि किसानों के समग्र विकास के लिए गांव में उद्यानिकी, कृषि, पशुपालन, मतस्य पालन आदि विभागों की योजनाओं को समन्वित ढंग से संचालित कर कुछ गांव को मॉडल के रूप में विकसीत करायें।
किसानों को समय-समय पर आवश्यक मार्गदर्शन भी दिलायें जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आये ताकि अन्य लोग भी उनसे प्रेरणा लेकर अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकें। कमिश्नर ने यह निर्देश आज यहां कमिश्नर कार्यालय के सभाकक्ष में सम्पन्न पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन तथा मछली पालन आदि विभागों के अधिकारियों को दिये।
कमिश्नर श्री महावर ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित इंदिरा आवास योजना की विस्तार से समीक्षा करते हुए जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा कि वे विशेष अभियान चलाकर अधूरे निर्माण कार्यो को शीघ्र पूर्ण करायें।
उन्होंने तेरहवें वित्त आयोग के तहत स्वीकृत वर्ष 2014-15 के अपूर्ण कार्यो को अपै्रल 2016 तक पूर्ण कराने और वर्ष 2012-13 और वर्ष 2013-14 के अपूर्ण कार्यो को मई 2016 तक पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने मूलभूत की राशि से नाला बंधान कराने के भी निर्देश दिये। कमिश्नर ने बी.आर.जी.एफ. और एल.डब्ल्यू.ई. के अपूर्ण कार्यो को 31 मार्च तक पूर्ण कराने के निर्देश दिये।
कमिश्नर ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाये जा रहे व्यक्तिगत शौचालयों और आंगनबाड़ी एवं स्कूलों में बनाये जा रहे शौचालायों की समीक्षा करते हुए कहा कि निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देवें। उन्होंने जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा है कि खुले में शौचालय मुक्त गांव बनाने के लिए पहले उस गांव के लिए एक पालक अधिकारी नियुक्त करें, जो हर सप्ताह उस गांव में जाकर ग्रामवासियों को शौचालय बनवाने के प्रेरित करें।
उन्होंने कहा कि पालक अधिकारी के साथ ब्लाक समन्वयक, कृषि, शिक्षा, पंचायत, उद्यानिकी और महिला एवं बाल विकास आदि विभाग के अधिकारी भी उस गांव में जाकर सरपंच, पंच एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ गांव की पदयात्रा करें। पद यात्रा समाप्ति के बाद किसी सार्वजनिक स्थल पर सभा आयोजित कर ग्रामवासियों को शौचालय बनाने के फायदे और शौचालय न होने के नुकसान के बारे में विस्तार से अवगत कराते हुए उन्हें शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहित करें।
गांव के ही हर मोहल्ले के एक दो व्यक्ति को स्वच्छा प्रेरक भी बनायंे और उन्हें सीटी के साथ ही स्वच्छता प्रेरक का जर्सी या बैण्ड भी उपलब्ध करायें तथा उसे सम्मानित भी करें। उन्होंने कहा कि गांव में शौचालय बनाने के पहले वहां आवश्यक प्रशिक्षण भी दिलायें तथा शौचालय निर्माण कार्य में स्थानीय लोगों को सहभागी बनायें, जिससे उसका सामाजिक अंकेक्षण भी होता रहें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता प्रेरक खुले में शौच के लिए जाने वाले लोगों को सीटी बजाकर सचेत करता रहेगा।
कमिश्नर श्री महावर ने कहा कि गांव में शौचालय निर्माण कराने के साथ ही जगह-जगह पर आवश्यकतानुसार कूड़ादान भी बनवायें। उन्होंने नालियों के पानी को गली में न बहने देने के लिए सोक्ता, गढ़ा भी बनवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे गांव में नाडेप बनवाकर कचरें को नाडेप में भरने के तरीके भी बताये।
उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वे गांव में किसानों को कृषि के साथ ही उद्यानिकी, पशुपालन और मछली पालन आदि विभागों योजनाओं को एकीकृत ढंग से अपनाने के लिए प्रोत्साहित करें और समय-समय पर उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन और सहयोग भी प्रदान करें।
पेयजल व्यवस्था हेतु हर विकासखण्ड में दो मोबाईल वाहन
कमिश्नर श्री महावर ने जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा है कि वे गर्मी के दिनों में सभावित पेय जल की समस्या को देखते हुए सभी आवश्यक एहतियाती व्यवस्था सुनिश्चित रखें। उन्होंने स्पाट सोर्स और नलजल योजनाओं का नियमित संचालन सुनिश्चित करें।
हर विकासखण्ड के लिए दो मोबाईल वाहन रखें और उसमें चलने वाले हैण्ड पम्प मैकेनिक के मोबाईल नंबर का क्षेत्र में पर्याप्त प्रचार-प्रसार करा देवें जिससे हैण्ड पम्प बिगड़ने की सूचना ग्रामीणजन मोबाईल वाहन के हैण्ड पम्प मैकेनिक को दे सकें। उन्होंने कहा है कि सभी पंचायत सचिव को भी यह निर्देशित किया जाये कि हैण्ड पम्प बिगड़ने पर यथाशीघ्र मरम्मत कराकर उसकी सूचना जनपद पंचायत कार्यालय को देवें।
कमिश्नर ने प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना और आधार सीडिंग के कार्यो में भी गति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा है कि वे बैठक लेने की बजाय मोबाईल से विभिन्न विभागों के अधिकारियों को समय-समय पर आवश्यक निर्देश देकर ग्रामीण विकास के कार्यो के क्रियान्वयन में और तेजी लायें।
उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना की भी विस्तार से समीक्षा की। कमिश्नर ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिक्षण अभियंता से कहा कि वे पांच साल की सड़कंे और पांच साल के अधिक अवधि के सड़कों की मरम्मत कराने में भी कोई दिक्कत आती हो तो उन्हें अवगत करायें।
बैठक में जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संजीव कुमार झा, जिला पंचायत सूरजपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रजत बंसल, जिला पंचायत बलरामपुर रामानुजगंज के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रणवीर शर्मा और जिला पंचायत सरगुजा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर.एक्का, उपायुक्त विकास श्री ए.पी. सांडिल्य और विभिन्न विभागों के अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।