- November 20, 2014
गांवों के विकास में किसी प्रकार की कमी नहीं आने देंगे -जलदाय मंत्री
जयपुर- जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों के गांवों, ढाणियों एवं मजरों में विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। पेयजल, सड़क, चिकित्सा एवं सभी मूलभूत सुविधाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध करवाया जाएगा, यहीं सरकार की प्राथमिकता है।
श्रीमती माहेश्वरी बुधवार को राजसमन्द जिले की पंचायत समिति के ग्राम कुंवारिया, लालपुर चौराहा, मादड़ी चौराहा तथा रेलमगरा पंचायत समिति के पीपली अहिरान्, कुरज, खण्डेल, लापस्या, जुणदा, जीतावास, गांगास, जवासिया, पनोतिया, पछमता, खड़बामनिया, काबरा, कोटड़ी, चौकड़ी आदि गांवों का दौरा कर मौके पर उपस्थित अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश दिए।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में शहरों की भांति सभी मूलभूत सुविधांए उपलब्ध करवाने हेतु ग्रामीणों का आह्वान करते हुए कहा कि यदि गांव में किसी भी प्रकार का विकास कार्य करवाना चाहते हैं, तो 10 प्रतिशत राशि जन सहयोग से जुटाएं एवं बाकि की 90 प्रतिशत राशि राज्य सरकार देगी। इस राशि से पेयजल, सड़क, चिकित्सा जैसी सभी मूलभूत सुविधांए उपलब्ध करवाई जाएंगी।
उन्होंने दौरे के दौरान जुणदा ग्राम के गणेशपुरा में फ्लोराईड युक्त पानी की शिकायत मिलने पर जलदाय विभाग के अधिकारियों को पेयजल शुद्घ कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसी प्रकार उन्होंने जुणदाखेंडी गांव को स्वजल योजना से जोडऩे तथा माध्यमिक विद्यालय जुणदा में अध्यापकों की कमी की शिकायत सामने आने पर जल्दी ही शिक्षक लगवाने का आश्वासन दिया। ग्राम जीतावास में ग्रामीणों ने जलदाय मंत्री से कहा कि इस गांव में पानी की कोई कमी नहीं हैं पर पानी का संरक्षण करने की कोई व्यवस्था नहीं है इस पर मंत्री ने कहा कि यहां पर काजवे का निर्माण किया जाएगा जिससे सिंचाई तथा पेयजल के पानी का संरक्षण हो सकें।
जलदाय मंत्री ने रेलमगरा पंचायत समिति के जीतावास गांव से जीवाखेड़ा तक की सड़क का गौरवपथ में निर्माण करवाये जाने का आश्वासन दिया । उन्होनें कहा कि समेला महादेव मंदिर में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 4 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है। इसी के साथ उन्होंने बैरवा मौहल्ले में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 2 लाख रुपये देने की घोषणा भी की। बैठुम्बी ग्राम के ग्रामीणों की ओर से विद्यालय के पास से होकर गुजर रही 11 केवी लाईन से हादसा होने की आशंका व्यक्त की, जिस पर श्रीमती माहेश्वरी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को मौके पर ही इस लाईन को अन्यत्र स्थापित करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार लापस्या ग्राम में सी.सी.सड़क एवं आंगनवाड़ी केन्द्र भवन के धीमी गति से हो रहे निर्माण कार्य पर मंत्री ने ग्राम सचिव को निर्देश दिए कि इस कार्य में कोई कौताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा इस कार्य को समय पर संपादित करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार ग्राम बैठुम्बी से पनोतिया तक सड़क का निर्माण गुणवत्तापूर्वक नहीं होने की ग्रामीणों की शिकायत पर उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता को समय-समय पर निरीक्षण कर सड़क की गुणवत्ता को जांचने के निर्देश दिए।
इसके बाद जलदाय मंत्री ने जवासिया ग्राम पंचायत के गांगास गांव का दौरा किया जहां ग्रामीणों ने विद्यालय में शिक्षकों की कमी की शिकायत की, जिस पर उन्होंने शिक्षकों की कमी को पूरा करने के आश्वासन दिया। इसी ग्राम में ग्रामीणों ने उपस्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण करवाने की मांग की जिस पर उन्होंने इसका प्रस्ताव तैयार कर भेजने के अधिकारियों को निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीणों ने पेयजल की दोनों टंकियों को उंचाई पर बनवाये जाने की मांग की इस पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन टंकियों को उंचाई पर बनाया जाए ताकि सभी घरों में पेयजल की सप्लाई बराबर अनुपात में हो सकें।
इसके बाद जलदाय मंत्री ने ग्राम पंचायत जवासिया के धुलखेड़ा से भेरूजी बावजी के मंदिर, सांवलपुरा से लक्ष्मीपुरा तथा भेरूजी मंदिर से रावला तक सी.सी.सड़क निर्माण करवाने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता को इसका प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने के निर्देश दिए। इसी के साथ यहां भेरूजी के मंदिर के पास सामुदायिक भवन निर्माण की स्वीकृति हो चुकी है लेकिन कार्य अभी प्रारंभ नहीं हुआ है जिस पर उन्होंने तहसीलदार रेलमगरा को ठेकेदार से बात कर कार्य को जल्दी से शुरू करवाने के निर्देश दिए। साथ ही जवासिया में भेरूजी मंदिर के मौहल्ले में 7 घण्टें बिजली आपूर्ति की ग्रामीणों ने मांग की तथा उच्च माध्यमिक विद्यालय में चारदिवारी निर्माण की भी मांग की जिस पर मंत्री ने उक्त कार्य करवाने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया। इसी प्रकार मंत्री ने भेरूजी मंदिर के पास नाली निर्माण के लिए विधायक मद से ढ़ाई लाख रुपये देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि पेयजल की तीन टंकियों का यहां निर्माण हो रहा है जिससे यहां पेयजल की समस्या भी नहीं रहेगी।
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