- December 4, 2021
गांधी मैदान पटना : दिव्याङ्ग अधिकार सम्मेलन – 2021
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1992 से हर वर्ष 3 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के रूप में मनाने घोषणा की गई। इसका उद्देश्य समाज के सभी क्षेत्रों में दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों को बढ़ावा देना जैसे की राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन में दिव्यांग लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।
दिसम्बर 2015 में प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर देशवासियों ने विकलांगो को दिव्यांग तो कहना शुरू कर दिया लेकिन मानसिकता वहीं ढाक के तीन पात।
लेकिन दिव्याङ्ग अपने क्षमता के अनुसार प्रगति पथ पर अग्रसर हैं ।
आए दिन वर्ल्ड पैरा चैम्पियनशिप खेलों में दिव्याङ्ग भी स्वर्ण पदक जीत कर भारत का मान बढ़ाने मे आगे रहे हैं। यह सिद्ध करता है की अगर दिव्यांग व्यक्तियों को समान अवसर तथा प्रभावी पुनर्वास की सुविधा मिले तो वे बेहतर गुणवत्तापूर्ण जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
बिहार मेँ दिव्याङ्ग की स्थिति अति दयनीय है, दयनीय इसलिए है की यहाँ अधिकारी दिव्याङ्ग के प्रति उदासीन हैं, नियम कानून होते हुए भी कोई भी कदम उठाने के सौं बहाने बनाते है। यह स्थिति है सामान्य प्रशासन की ।
बिहार मेँ जो पेंशन दी जा रही है उसका क्या आधार है ? सरकार इससे क्या जाताना चाहती है ? समझ से परे हैं ।
जबकि हरियाणा , दिल्ली मेँ 2500 रुपए पेंशन दी जा रही है । वही बिहार सरकार 400 रुपए दे रही है ।
जब पेंशन की बात की गई तो बिहार सरकार के एक मंत्री ने कहा की इससे ज्यादा पेंशन नहीं दी जा सकती है।
मधुबनी के वर्तमान राजद विधायक श्री समीर कुमार महासेठ विधान सभा मे आवाज बुलंद करने की क्षीण कोशिश की है, बीजेपी के विधायक भी आवाज उठाने के राह पर चल पड़े हैं । खैर , इतनी प्रयास कम नहीं है की इनलोगों का साथ मिल रहा है।
दिव्याङ्ग के संबंध मे बिहार मेँ क्रान्तिकारी परिवर्तन राज्य नि: सशक्त जन आयुक्त डॉ0 श्री शिवाजी कुमार के नेतृत्व में जारी है इससे पहले तो मालूम नहीं होता की प्रशासन को यह भी पता है की दिव्याङ्ग को कोई अधिकार भी है।
दिव्याङ्ग का नेतृत्व कर संगठित करनेवाले डॉ शिवाजी कुमार के नेतृत्व में देश के दिव्याङ्ग पैरा ओलंपिक मेँ अपनी हिस्सेदारी निभा रहें है।
दिव्याङ्ग के देवदूत कहें जाने वाले डॉ शिवाजी कुमार के नेतृत्व में 3 दिसंबर 2021 को पटना के गांधी मैदान मेँ प्रदेश के कोने-कोने से बिहार एसोसियशन ऑफ पर्सन विथ (बिहार पी ड्व्ल्यु डी संघ) डिजेबिलिटी के दिव्याङ्ग सदस्यों ने सरकार को एक संगठित संदेश दे दिया है की हम भी अपने कानूनी अधिकार लेने मेँ सक्षम है।
उप मुख्य मंत्री श्री तारकेश्वर ने इस दिव्याङ्ग दिवस पर उपस्थित दिव्याङ्ग को आश्वासन दिया की वे सदन के पटल पर सारी समस्याओं को रख कर समाधान करने का प्रयास करेंगे।
राजद ने नेता श्री तेजस्वी यादव ने कहा मैं दिव्याङ्ग के साथ हर पल हूँ।
विपक्ष के विधायक और पूर्व जेडीयू के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने पेंशन 3000 रुपए का शंकनाद किया और कहा की हम दिव्याङ्ग के साथ है ।
बिहार एसोसियशन ऑफ पर्सन विथ (बिहार पी ड्व्ल्यु डी संघ) डिजेबिलिटी के संयुक्त सचिव श्री के0 के0 चौबे ने दिव्याङ्ग की समस्याओं की परतें खोल कर सरकार से निदान की मांग की।
इस अवसर पर बिहार एसोसियशन ऑफ पर्सन विथ (बिहार पी ड्व्ल्यु डी संघ) डिजेबिलिटी के जिला टीम के सदस्य — फूलबाबू (अध्यक्ष) , शंभू पूर्वे (सचिव) के साथ लदनिया प्रखण्ड के अध्यक्ष – रामप्रकाश यादव (अध्यक्ष) , नरेश कुमार सिंह (उपाध्यक्ष) , बिरजू महतों (सचिव) उपेंदर सिंह मीडिया प्रभारी , राम दास रेलवे कर्मी , पिपराही पंचायत , बाबूबरही प्रखण्ड के अमर बिहारी ,कारी (मुस्लिम) , कलुआही प्रखण्ड से श्रवण ठाकुर (प्रखण्ड डीपीजी), राज कुमार, संजय कुमार ने उपस्थिति दर्ज कराई।
सभी उपस्थित सदस्यों को डॉ शिवाजी कुमार ने भव्य आतिथ्य स्वागत किया।
कहावत सही है की संघ ही शक्ति है और दिव्याङ्ग उनके निगरानी मे उस पथ पर चल पड़ा है।