• July 15, 2015

‘गहन दस्त नियंत्रण पखवाडा” 27 जुलाई से 8 अगस्त तक

‘गहन दस्त नियंत्रण पखवाडा” 27 जुलाई से 8 अगस्त तक

जयपुर- प्रदेश में पांच वर्ष की आयु तक के बच्चों में दस्त के कारण होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने के लिये आमजन में जनचेतना जाग्रत करने के लिए ”गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा” 27 जुलाई से 8 अगस्त तक मनाया जायेगा। अभियान के तहत पांच वर्ष से कम उम्र तक के दस्त से पीडि़त बच्चों के परिवारों को चिन्हित कर ओआरएस व जिंक टैबलेट वितरित की जायेगी।

प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेश शर्मा ने मंगलवार अपराह्न शासन सचिवालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में समस्त जिला कलेक्टरों तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र व आंगनबाडी केन्द्रों तक ”गहन दस्त एवं कुपोषण नियंत्रण पखवाड़ा” आयोजित करने के निर्देश दिये।

श्री शर्मा ने बताया कि प्रदेश के 33 जिला मुख्यालयों पर यह कार्यक्रम संचालित किया जा जायेगा। उन्होंने बताया कि ”गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा” के दौरान पांच वर्ष से कम उम्र तक के दस्त से पीडि़त बच्चों के परिवारों को चिन्हित कर ओआरएस व जिंक टैबलेट वितरित की जायेगी। ”गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ाÓÓ के लिए प्राथमिक शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, जन स्वास्थ्य एंव अभियान्त्रिकी विभाग एंव पंचायतीराज विभाग का भी सहयोग लिया जायेगा।

मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री नवीन जैन ने बताया कि चिकित्सा विभाग ”गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा अभियान दो चरणों में आयोजित किया जायेगा। प्रथम चरण  में 7 जुलाई  से एक अगस्त तक दस्त नियंत्रण संबंधित गतिविधियां संचालित की जायेगी एवं दस्त से पीडि़त 5 वर्ष के बच्चों वाले समस्त परिवारों में आशा सहयोगनियों द्वारा एक-एक ओआरएस का पैकेट दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि अभियान के दूसरे चरण में 3 अगस्त से 8 अगस्त तक पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की जांच कर उन्हें कुपोषण से होने वाले संभावित रोगों से बचाने हेतु आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएगी एवं कुपोषित बच्चों को कुपोषण उपचार केन्द्र पर रैफर कर उनका ईलाज किया जायेगा।

अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम श्री नीरज के पवन ने 5 वर्ष से कम आयु तक के बच्चों में दस्त से होने वाली मृत्यु को गंभीर बताते हुए इस बीमारी के बारे में जागरूकता के लिए किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विद्यालयों में बालकों को स्वच्छता, पौष्टिक आहार एवं खाना खाने से पहले हाथ धोने के बारे में भी जागरूक किया जायेगा।

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