- February 27, 2017
गरीब कन्या की शादी करवाना ही उद्देश्य जन्मसिद्ध अधिकार संग़ठन
झज्जर/बहादुरगढ़ (पत्रकार गौरव शर्मा)—-भले ही हमारे देश ने कितनी तरक्की कर ली हो, पर आज भी समाज में बेटियों को बोझ समझा जाता है। गरीब माता-पिता बेटी को उच्च शिक्षा दिलवाने में संकोच करते हैं और यदि गरीब परिवार की होनहार बिटिया अपने बूते उच्च शिक्षा ग्रहण करने में कामयाब हो भी जाती है तो परिजनों को बिटिया की शादी करने की चिंता हमेशा सताती रहती है।
कुछ बच्चियां गरीबी की वजह से शिक्षा भी नहीं ले पातीं। ऐसे ही गरीब और जरूरतमंद परिवार की बेटियों की शादी करवाने कीजन्म सिद्ध अधिकार संगठन ने उठाई है। अब तक अपने आसपास के दर्जनों गरीब बेटियों की शादी करवा चुके हैं।
गंगाबिशन वशिष्ट के समाज के प्रति समर्पण को देखकर बेटे एडवोकेट दीपक वशिष्ट के अंदर समाज सेवा का भाव जागा। हालांकि, दीपक कहतेे हैं कि पुरूष होने पर सबसे पहला दायित्व घर-परिवार की जिम्मेदारी संभालने की होती है। उसके बाद ही समाज सेवा के बारे में उनके जैसे अधिकतर पुरूष सोचते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए दीपक वशिष्ट ने पहले पारिवारिक जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया और अब इलाके में रहने वाले जरूरतमंद गरीब परिवार के बेटियों की शादी करवा रहा हैं।
समाज में बदलाव जरूरी-
परिवार के सहयोग से समाज सेवा में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। दीपक वशिष्ट ने कहा कि आज समाज में गरीब माता-पिता को हमेशा लगता है कि यदि बेटी ने पढ़ाई कर ली तो शादी करना और भी चुनौतीपूर्ण होगा। कोई भी पढ़ा-लिखा लड़का बिना मोटी रकम लिए शादी नहीं करेगा। इसी मिथ्या को तोड़ने के लिए दीपक वशिष्ट ने कमर कसी और उन गरीब बच्चियों की शादी का बीड़ा उठाया, जिनकी गरीबी के कारण शादी होने में दिक्कतें हो रही थी। हालांकि, वे मानतs हैं कि समाज को अपना नजरिया बदलने की जरूरत है।
रविवार को हरियाणा क्षेत्र के बहादुरगढ़ में बेटी रविता की शादी कुलदीप से सारी रिति रिवाजों के साथ की। संस्था जन्मसिद्ध अधिकार संगठन की तरफ से पहले भी बेटियों के लिए कन्यादान किया गया। इस अवसर पर वाईस चैयरमैन विनोद जांगड़ा, एड़वोकेट अरूण खासा, एड़वोकेट जितेंद्र बुधवार, एड़वोकेट बुधसिंह फौजी, महाबीर भारद्वाज, अनिल मुदग़ल, अतर सिंह, सतनारायण, पंडित नीरज मुदगल, किशनलाल, सुरेन्द्रदास, अनिल, राजसिंह, बलजीत, विजय, सुभाष आदि लोग शादी सामारोह में संस्था के पदाधिकारी मौजूद रहें।