गंगा मिशन से जुड़ने का आह्वान – उमा भारती

गंगा मिशन से जुड़ने का आह्वान  – उमा भारती

नई दिल्ली -केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से सरकार के स्‍वच्‍छ गंगा मिशन से जुड़ने के लिए आगे आने का आह्वान किया। जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम नेशनल प्रोजेक्‍ट्स कंसट्रक्‍शन कारपोरेशन लिमिटेड (एनपीसीसी)के 58वें वार्षिक दिवस समारोह को सम्‍बोधित करते हुए कल उन्‍होंने कहा कि एनपीसीसी जैसी कम्‍पनियां गंगा संरक्षण कार्यक्रम में प्रभावी योगदान देकर बहुत सकारात्‍मक भूमिका निभा सकती हैं। उन्‍होंने पिछले कुछ वर्षों में कम्‍पनी में हुए कायाकल्‍प की सराहना की और आशा व्‍यक्‍त की कि आने वाले समय में वह और भी ज्‍यादा गौरव हासिल करेगी।

अतिथियों का स्‍वागत करते हुए एनपीसीसी के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री एच एल चौधरी ने कारपोरेशन की उपब्धियों का संक्षिप्‍त विवरण प्रस्‍तुत किया। उन्‍होंने कहा कि वर्ष 2014 के दौरान एनपीसीसी नए ग्राहकों यथा भारत सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय, रेल मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कंटेनर कारपोरेशन ऑफ इंडिया आदि से कार्य प्राप्‍त करने में सक्षम रहा।

श्री चौधरी ने कहा कि पिछले चार-पांच वर्षों में कारपोरेशन द्वारा प्राप्‍त उपलब्धियों को ध्‍यान में रखते हुए उसे कायाकल्‍प सम्‍मान और आईसीआरए द्वारा ए प्‍लस क्रेडिट रेटिंग प्रदान की गई। ग्राहकों के संतोष संबंधी रेटिंग 95 प्रतिशत से ज्‍यादा रही। उन्‍होंने कहा कि कारपोरेशन के कर्मचारियों, कारपोरेशन के ग्राहकों और हितधारकों के सम्मिलित प्रयासों से ऐसा सम्‍भव हो सका।

एनपीसीसी की स्‍थापना 1957 में देश के आर्थिक विकास का आवश्‍यक बुनियादी ढांचा तैयार करने के लिए एक प्रमुख निर्माण कम्‍पनी के रूप में की गई थी। राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं के निर्माण के लिए आवश्यक जनशक्ति एवं तकनीक उपलब्ध कराना और निजी क्षेत्र के लिए मूल्य नियंत्रक के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करना इसका उद्देश्य रहा है । विगत 56 वर्षो के दौरान यह कारपोरशन राष्ट्रीय महत्व की 130 से अधिक परियोजनाओं को संकल्पना से संचालन स्तर तक पूर्ण करने में सफलतापूर्वक जुड़ा रहा है ।

इनमें से कुछ देश के दूरदराज़ के जोखिम भरे स्थानों पर स्थित हैं । इसने न केवल अपने ही देश में सामाजिक-आर्थिक विकास से सम्बन्धित परियोजनाओं को पूर्ण किया है अपितु विदेशों में भी कई परियोजनाओं को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया है ।

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