गंगा बेसिन को लेकर राज्यों को विश्वास में लिया जाएगा : उमा भारती

गंगा बेसिन को लेकर राज्यों को विश्वास में लिया जाएगा : उमा भारती
नई दिल्ली  -पुनर्गठित राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की बैठक हुई। केंद्रीय जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने कहा कि बिना राज्यों को विश्वास में लिए गंगा नदी संरक्षण से संबंद्ध कोई भी फैसला नहीं लिया जाएगा। राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की चौथी बैठक को संबोधित करते हुए सुश्री भारती ने कहा कि जल संसाधन और पर्यावरण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है, जो कि पूर्व गठित चोपड़ा समिति, चतुर्वेदी समति और आईआईटी समिति द्वारा प्रस्तुत सिफारिशों का अध्ययन, मूल्यांकन करके अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। सुश्री भारती ने कहा कि नदियों के प्राकृतिक प्रवाह को बांध क्षेत्र में भी बरकरार रखने की कोशिश होगी और भविष्य में नए बांध भी बनेंगे। मंत्री ने कहा कि प्राधिकरण की बैठक तीन माह में एक बार होगी।

सुश्री भारती ने राज्यों से कहा कि वह राज्य कार्यक्रम क्रियान्वयन समूह (एसपीएमजी) की बैठक नियमित रूप से आयोजित करें और इसकी अगली बैठक अगले माह में हो। सुश्री भारती ने एसपीएमजी में रिक्त पड़े पदों को शीघ्र भरने के लिए राज्यों को कहा है।

सुश्री भारती ने कहा कि गंगा वाहिनी नाम से राष्ट्रीय स्वयं सेवक दल का गठन किया जाएगा जो रेड क्रॉस की तरह कार्य करेगा। गंगा वाहिनी में युवा, छात्र, भूतपूर्व कर्मचारी शामिल होंगे जो गंगा उद्धार का संदेश पूरे देश में प्रसारित-प्रचारित करेंगे।

इस बैठक में पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल, विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री जितेन्द्र सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के अलावा यूपी, बिहार और बंगाल के जल संसाधन मंत्रियों और उच्चाधिकारियों ने भाग लिया।

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