- March 10, 2018
खेती-नौकरी के साथ उद्योग-व्यापार-बैंकिंग में आगे बढ़े कमेरा वर्ग : बीरेंद्र सिंह
झज्जर (जनसंपर्क विभाग)———– भारत सरकार में इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि गाय को आर्थिक दृष्टि से उपयोगी बनाने का काम गोशालाएं कर सकती है। गाय की भारतीस नस्लों के संवर्धन से ही गऊ माता की सही मायनों में सेवा की जा सकती है।
उन्होंने यह बात शनिवार को गांव डीघल की गोपाल श्रीकृष्ण गोशाला के 98वां वार्षिकोत्सव को संबोधित करते हुए कही। वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने गोशाला के लिए अपने कोष से 21 लाख रुपए का अनुदान देने की घोषणा भी की।
केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि गाय के प्रति हमारी आस्था और श्रद्धा माता-पिता व बुजुर्गों का सम्मान करने जैसी है। उन्होंने गांव डीघल से जुड़े बचपन के एक संस्मरण का जिक्र करते हुए कहा कि आज मेरी उम्र 71 वर्ष है और करीब साठ साल पहले अपने मामा श्रीचंद के साथ वह दीनबंधू सर छोटू राम की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में आए थे।
उनके नाना सर छोटू राम ने 1939 में यहां पर स्कूल की नींव रखी थी। डीघल गांव में शहीदों, खिलाडिय़ों, स्वतंत्रता सेनानियों व अन्य क्षेत्रों में उपलब्धि रखने वालों की एक बड़ी परंपरा रही है। बड़े लोगों की जन्मभूमि होने के कारण इस गांव का इलाके में बड़ा ओहदा है।
गोशााला में पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री का पगड़ी बांध कर व फूलमालाओं से स्वागत किया गया। वे पिछले दो माह के दौरान आठ गोशालाओं में गए जिनमें तीन क्रमश: बेरी, मातनहेल व डीघल है। उन्होंने कहा कि डीघल गोशाला का इतिहास बहुत पुराना है और जब इस गोशाला की नींव रखी गई होगी तो उस समय के लोगों के मन में गोसेवा के भाव को आज स्मरण करना भी बड़ी बात है।
केंद्रीय इस्पात मंत्री ने कार्यक्रम में आस-पास से आए लोगों से कहा कि किसानों को खेती व सरकारी नौकरी के साथ-साथ उद्योग-व्यापार-बैंकिंग क्षेत्र में आना होगा। पंजाब का जिक्र करते हुए उन्होंने बताय कि आबादी का एक बड़ा वर्ग विदेशों में जाकर बस गया और आज पंजाब के लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत है। उन्होंने कहा कि यह इलाका कमेरों का इलाका है।
1966 में हरियाणा अलग राज्य बना तो देश हर साल दो लाख टन अनाज बाहर से मंगाता था लेकिन कमेरों की मेहनत से उत्पादन में पचास साल में 9 गुणा बढ़ोतरी हुई जिसके चलते केंद्रीय पूल में अब हरियाणा 17 प्रतिशत का योगदान देता है।
कम होती जोत व युवाओं के रोजगार की बात पर उन्होंने कहा कि अब आपको समझना होगा कि केवल नौकरी या खेती से काम चलने वाला नहीं ऐसे में जहां पर धन-दौलत है वहां आगे बढऩा होगा। भारत सरकार की मुद्रा आदि योजनाओं का लाभ उठाकर स्वरोजगार की दिशा मेंआगे बढ़ कर स्वावलंबी बने।
इस अवसर पर पूर्व विधायक ओमप्रकाश बेरी, डीघल गोशाला के सचिव रणबीर सिंह, सदस्य रणबीर सिंह, बलवान सिंह, नाथूराम, कैप्टन प्रताप सिंह, नंबरदार महाबीर सिंह, जय सिंह, केंद्रीय मंत्री के ओएसडी सुधीर फौगाट, जगशेर कादियान एडवोकेट, बिजेंद्र तोमर बिट्टू, विधि अधिकारी राजपाल मोर, डा कुलदीप आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।