- June 3, 2016
खुशी परियोजना का शुभारंभ
जयपुर—-महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने गुरुवार को उदयपुर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग, हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड तथा सेवा मन्दिर के संयुक्त तत्वावधान में खुशी परियोजना का शुभारंभ किया।
विद्या भवन ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने दीप प्रज्वलन कर खुशी परियोजना के खुशी बाल विकास केन्द्र का शुभारंभ किया और खुशी परियोजना के डिस्प्ले बोर्ड का अनावरण किया। समारोह में उदयपुर ग्रामीण श्री विधायक फूलसिंह मीणा, उदयपुर नगर निगम के महापौर श्री चन्द्रसिंह कोठारी, हिन्दुस्तान जिंक की सीएसआर हैड श्रीमति नीलिमा खेतान, कुराबड़ प्रधान श्री आस्मां खां, सेवा मन्दिर की मुख्य संचालक प्रियंका सिंह सहित हिन्दुस्तान जिंक के प्रशासनिक अधिकारी एवं सेवा मन्दिर के पदाधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्तान जिंक ने राजस्थान सरकार से उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडगढ़, भीलवाडा एवं अजमेर जिलों की 3055 आंगनवाड़ियों को सुदृढ़ बनाने के लिये तथा 6 वर्ष से कम की आयु के ग्रामीण बच्चों को सुपोषण, शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए गोद लिया है। पहले चरण में उदयपुर के गिर्वा, झाडोल और उदयपुर शहर की 575आंगनवाड़ियों केन्द्रों को सुदृढ बनाने के लिये हिन्दुस्तान जिंक ने सेवा मंदिर संस्था को अनुबंधित किया है।
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने इस अवसर पर सेवा मन्दिर एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के प्रतिनिधियों, महिला एवं बाल विकास विभागीय के अधिकारियों, को संबोधित करते हुए महिला एवं बाल विकास गतिविधियों को सेवा के माध्यम से पुण्यार्जन का कार्य बताया और इसके लिए सभी संस्थाओं, अधिकारियों एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सराहना की।
उन्होंने भारतीय संस्कृति के अनुरूप कार्य संस्कृति को अपनाने पर जोर दिया और कहा कि कर्म को ही सेवा, पूजा एवं धर्म मानकर अपनाने की आवश्यकता है। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने पन्नाधाय और हाड़ी रानी के बलिदान का जिक्र किया और कहा कि समाज और देश के लिए जो लोग सेवा एवं त्याग करते हैं वे ही इतिहास में अमर होते हैं। आज जरूरत इस बात की है कि बुराइयों से बचते हुए संस्काराेंं को अधिक से अधिक गहराई तक आत्मसात करें। उन्हाेंंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें आंगनवाड़ी के रूप में जीविकोपार्जन के साथ पुण्य कमाने का अवसर मिला है, उसका लाभ लें तथा हर बच्चे के प्रति मातृत्व भाव रखते हुए कार्य करें।
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने बताया कि सुपरवाईजर के 50 फीसदी पद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से भरे जाएंगे। इसके लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का दस वर्ष का अनुभव और ग्रेज्युएशन जरूरी होगा। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे इसका लाभ लें।
उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को श्रेष्ठ कार्य संपादन पर यथोचित प्रोत्साहन मानदेय का भी प्रावधान किया जाएगा जिसमें बच्चों एवं माताओं से संबंधित सभी प्रकार की सेवाओं के निर्वहन में उसकी श्रेष्ठता का मूल्यांकन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक के खुशी अभियान से निश्चित तौर पर आगंनवाड़ी के बच्चों के स्वास्थ्य और उनमें गुणात्मक सुधार आएगा एवं खुशी बाल विकास केन्द्र सामुदायिक गतिविधियों का केन्द्र बनकर उभरेंगे।
उन्होंने हिन्दुस्तान जिंक के खुशी कार्यक्रम के लिये आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पन्नाधाय की तरह आंगनवाड़ी के प्रत्येक बच्चे की देखभाल करें। उन्होंने सभी बच्चों के प्रति समान मातृत्व भाव रखने का आह्वान करते हुए आंगनवाड़ी सहायिकाओं से अपनी पूर्ण जिम्मेदारी निभाते हुए बच्चों के स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं सुपोषण को सुनिश्चित करने को कहा।
समारोह को संबोधित करते हुए उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे नई पीढ़ी के सर्वांगीण विकास में पूरी ईमानदारी से भागीदारी निभाएं।महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने महिलाओं को समाज एवं राष्ट्र निर्माण की मुख्य धुरी बताया और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे निःस्वार्थ सेवा भावना से बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य एवं संस्कार पर ध्यान दें और समाज निर्माण में अहम् भागीदारी अदा करें।
इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर स्मेल्टर्स विकास शर्मा ने समाज, राज्य और राष्ट्र निर्माण में प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका से गति प्रदान करने का आव्हान करते हुए हिन्दुस्तान जिंक द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, कृषि, महिला सशक्तिकरण जैसे सभी क्षेत्रो में प्रतिबद्धता दोहराई।
हिन्दुस्तान जिंक के हेड कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन एवं खुशी अभियान के फाउण्डर पवन कौशिक ने बताया कि खुशी अभियान के माध्यम से न सिर्फ हिन्दुस्तान जिंक ग्रामीण बच्चों के स्वास्थ्य शिक्षा व पोषाहार में परिवर्तन लाएगा बल्कि वंचित बच्चों के प्रति संपूर्ण भारत में जागरूकता भी पैदा कर रहा है। सोशल मीडिया पर खुशी अभियान वंचित बच्चों की आवाज बन कर उभरा है जिससे लाखों ं लोग जुड़े हैं।
सेवा मंदिर की मुख्य संचालक प्रियंका सिंह ने परियोजना के उद्देश्यों एवं क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों के बारे में बताया। आभार प्रदर्शन नंदलाल मेघवाल ने किया। इस मौके पर महिला अधिकारिता विभाग की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रश्मि कौशिश एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।