- October 17, 2016
खुले में शौच मुक्त अभियान,63 गांवों पर नजर – मनीषा शर्मा, एसडीएम
बहादुरगढ़, 17 अक्टूबर-बहादुरगढ़ खंड के गांवों के लोगों को खुले में शौच न जाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से अब ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के साथ उपमंडल स्तर के अधिकारीगण आमजन से रूबरू होंगे और स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण)में सहभागी बनने के लिए जागरूक करेंगे। सोमवार को बहादुरगढ़ खंड की नोडल अधिकारी एवं एसडीएम मनीषा शर्मा ने ब्लाक के कलस्टर प्रभारी, ग्राम सचिव व प्रेरकों की बैठक लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में एसडीएम शर्मा ने कहा कि स्वच्छता के प्रति जागृति की पहल झिलमिल झज्जर के रूप में सार्थक करने के लिए सभी को अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए सामाजिक भागीदारी निभानी होगी। गांवों को शौच मुक्त बनाने की सार्थक मुहिम में अधिकारी अपने कलस्टर के अंतर्गत आने वाले गांवों में पहुंचकर ग्रामीणों को स्वच्छता बरतने के साथ-साथ खुले में शौच न जाने के लिए प्रेरित किया जाए।
उन्होंने बताया कि बहादुरगढ़ ब्लाक को 13 कलस्टर में बांटा गया है जिसमें 63 गांवों को कवर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक स्तर पर जो भी जिम्मेवारी होगी वह निभाई जाएगी और बहादुरगढ़ ब्लाक की जिले को स्वच्छ बनाने की मुहिम में उल्लेखनीय भूमिका रहेगी। उन्होंने बताया कि झज्जर जिले को भी पानीपत, पंचकूला और सिरसा की तर्ज पर 31 दिसंबर तक खुले में शौच मुक्त जिलों की श्रेणी में शामिल करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसे बखूबी पूरा किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) के तहत लक्ष्य को हासिल करने के लिए विभागीय रूपरेखा भी तैयार की गई है।
उन्होंने कहा कि जागरूकता से स्वच्छता के प्रति लोगों की सोच बदली होगी और लोगों की समझ में आ रहा है कि खुले में शौच मुक्त माहौल उनके स्वास्थ के लिए लाभदायक है। उन्होंने कहा कि गांवों में स्थित सरकारी भवनों के साथ-साथ हर घर में शौचालयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी को सजग होना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अधिक से अधिक इस अभियान में जोड़ा जाए।
स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण)के जिला संयोजक योगेश पाराशर ने बताया कि झज्जर जिले के सभी खंडों के गांवों को कलस्टर स्तर पर बांटा गया है और कलस्टर इंजार्च अपने अधिकार क्षेत्र में आने वालें कम से कम 5 गांवों की मोनिटरिंग करते हुए लोगों को खुले में शौच न जाने के लिए जागृत करेंगे। उन्होंने कहा कि खुले में शौच बीमारियों का कारण बनता है, ऐसे में लोगों को इस नुकसान के प्रति सचेत रहने के लिए जानकारी दी जाए। लोगों को सफाई के महत्व से भी अवगत कराया जाए।
वाश मोनिटरिंग कमेटी करेगी आब्र्जव
एसडीएम मनीषा शर्मा ने बताया कि ब्लाक के गांवों में अभियान की सार्थकता सिद्ध करने के लिए वाश (वाटर एंड सेनिटेशन हाइजेनिक)मोनिटरिंग कमेटी आब्र्जव करेगी। इसके तहत अधिकारीगण गांव के ही मौजिज लोगों के साथ एक महिला व एक पुष्रू स्वयंसेवक को जोड़ते हुए अभियान को सफल बनाया जाए। उन्होंने बताया कि आमजन की सहभागिता के साथ ही शौच मुक्त जिले बनाने में हर सफल होंगे। उन्होंने बताया कि ब्लाक के सभी 63 गांवों में जागरूकता अभियान चलाते हुए शौच मुक्त कार्यक्रम को सफल बनाया जाएगा।
ब्लाक के ये गांव हुए खुले में शौच मुक्त
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, रामफल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्लाक बहादुरगढ़ के गांव दरियापुर, देवरखाना, शाहपुर मलिक, देसलपुर, लगरपुर, बीर बरकताबाद, एम.पी.माजरा व मुकंदपुर गांवों को खुले में शौच मुक्त गांव घोषित किया जा चुका है जबकि अन्य गांवों को भी तिथि निर्धारित करते हुए शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं स्वर्ण जयंती स्वच्छता अभियान में उल्लेखनीय भूमिका अदा करने वाले गांव शाहपुर मलिक, बीरबरकताबाद व मेहंदीपुर की ग्राम पंचायतों को झज्जर में मंगलवार को आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा।