- October 9, 2015
खामियां :100 से 250 रूपये तक वसूल :: ई-मित्र केन्द्रों का औचक निरीक्षण : प्रवीण कुमार,एसीपी (उपनिदेषक)
हेमेन्द्र मीणा – सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, प्रतापगढ के एसीपी (उपनिदेषक ) प्रवीण कुमार ने अपनी टीम प्रोग्रामर आर एल मीणा और सूचना सहायक हेमेन्द्र मीणा ,नरेन्द्र मीणा, सुरेष मीणा के साथ धरियावद ब्लाॅक में विभिन्न ई-मित्र केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया।
जांच में पीपलिया ग्राम पंचायत के ई-मित्र कियोस्क धारक मंजू मीणा और गजेन्द्र चूडावत और धरियावद ग्राम पंचायत में ई-मित्र कियोस्क धारक कीर्ति डागरिया (विनायक कम्प्यूटर्स), शानू विजयवर्गीय, चित्रा सोनी, संदीप जैन, सुचिता डागरिया और दिलिप वैष्णव आदि के ई-मित्र केन्द्रों पर बहुत सारी खामियां पाई गई।
जांच किये गये सभी ई-मित्र केन्द्रों पर आम नागरिकों को दी जाने वाली सरकारी सेंवाओं की रेट लिस्ट तय माप दण्डानुसार नहीं पाई गई। साथ ही ई-मित्र केन्द्रों पर उपलब्ध भामाषाह एवं राषन कार्ड के फाॅर्म/दस्तावेजों के आधार पर पुर्नसत्यापन के दौरान अधिकांष लाभार्थींओं से ई-मित्र कियोस्क धारकों ने भामाषाह व राषन कार्ड बनवाने के 100 से 250 रूपये तक वसूल किया जाना पाया गया।
मौके पर एक कियोस्क धारक सुचिता डागरिया ने भोजपुर निवासी राजू पिता वालिया से परिवार के भामाषाह नामांकन हेतू 225 रूपये लिये गये जिनको एसीपी के आदेष पर पुनः लाभार्थी को लौटाए गये। एसीपी ने दोषी पाये गये सभी कियोस्क धारको के खिलाफ कार्यवाही करते हुऐ उनकी आई-डी को बन्द कर दिया गया। यह ज्ञात है कि नवीन भामाषाह परिवार नामांकन और नए सदस्य का नाम जुडवाने की सेवा निःषुल्क है, साथ ही सभी ई-मित्र कियोस्क धारकों को भविष्य में नागरिकों से तय मापदण्डानुसार सेवाओं की राषि वसूलने हेतु निर्देष दिये जिससे सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ आम नागरिकों को मिल सकें।