- December 1, 2015
खरीफ में दलहन-तिलहन को बढ़ावा दें – संभागायुक्त श्री सोनमणि बोरा
बिलासपुर (छतीसगढ)- खरीफ में दलहन-तिलहन को बढ़ावा दें। उक्त नगदी फसल कम पानी में भी हो जाता है। संभागायुक्त श्री सोनमणि बोरा ने आज संभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक में उक्त बातें कही।
संभागायुक्त श्री बोरा ने कहा कि दलहन-तिलहन किसानों के लिए लाभदायी है। इसकों बढ़ावा देना चाहिए। इसके साथ ही उद्यानिकी को भी बढ़ावा दें। बिलासपुर संभाग अमराई, शाक-भाजी एवं फलोद्यान में समृद्ध रहा है। कटहल, मुनगा, आम, अमरूद, सीताफल का अच्छा उत्पादन है। यह क्षेत्र नदी-नालों से भी समृद्ध है। नदियों के किनारे शाक-सब्जी उगाए जाते हैं।
श्री बोरा ने कहा कि सभी कलेक्टर इस दिशा में अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर पहल की है। उन्होंने जीवन्त नदी-नालों में अधिक से अधिक कच्चा बंधान के लिए भी निर्देश दिये। ताकि जल संरक्षण के साथ ही पशुओं के निस्तार सुविधा मिलेगी। वहीं शाक-भाजी भी उगाया जा सकता है। श्री बोरा ने सभी कलेक्टरों से कहा कि अपने जिलों में इसकी समीक्षा कर अधिक से अधिक कार्य कराएं। संभागायुक्त ने जलक्रांति योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इसे प्राथमिकता दें। इसके प्रति लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना है। जल संरक्षण, संवर्धन एवं प्रबंधन महत्वपूर्ण कार्य है।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में जलक्रांति योजना के तहत् दो गांव का चयन किया गया है। उक्त गांव को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जाये। जहां कृषि कार्यों के साथ ही पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी को बढ़ावा दिया जायेगा। वहीं पेयजल एवं स्वच्छता के प्रति भी विशेष ध्यान देना है। उन्होंने कहा कि ऐसे गांव में बेहतर ढंग से समन्वय कर विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन करना है। उक्त गांव के संबंध में भी कार्यशाला एवं प्रशिक्षण भी दिये जायेंगे। ताकि विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर समन्वित विकास हो सके।
बैठक में अधीक्षण अभियंता जल संसाधन मण्डल बिलासपुर एवं सचिव संभाग स्तरीय जल उपयोगिता समिति श्री विजय श्रीवास्तव ने बताया कि संभाग के वृहद मध्यम एवं लघु सिंचाई के 344 सिंचाई परियोजना में वर्तमान में लगभग 44 प्रतिशत जल भण्डारण है। उन्होंने बताया कि खरीफ फसल में वृहद सिंचाई परियोजना से 3 लाख 55 हजार हेक्टेयर सिंचाई लक्ष्य के विरूद्ध 3 लाख 25 हजार हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा दी गई। इसी तरह मध्यम परियोजना से 29 हजार 713 हेक्टेयर लक्ष्य विरूद्ध, 24 हजार 327 हेक्टेयर तथा 415 लघु सिंचाई योजना से 91 हजार 149 हेक्टेयर लक्ष्य विरूद्ध 55396 हेक्टेयर में सिंचाई की गई। इसी तरह नलकूप सिंचाई योजना से 2805 हेक्टेयर में सिंचाई की गई।
संयुक्त संचालक कृषि श्री एस.सी. पदम ने खाद्य-बीज उपलब्धता के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान संभागायुक्त ने बीज उत्पादन के संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री के घोषणा को अवगत कराते हुए निर्देशित किया कि सभी जिलों में कलेक्टर से चर्चाकर एक संयुक्त टीम बनाएं और सर्वें कराकर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि संबंधित जिले से ही किसानों को बीज आपूर्ति होने से आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।