• August 1, 2020

कोविड-19 –सभी जिलों में एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था रखें

कोविड-19 –सभी जिलों में एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था रखें

पटना——— :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग द्वारा कोविड-19 से संबंधित विस्तृत समीक्षा बैठक की।

समीक्षा के दौरान प्रधान सचिव स्वास्थ्य श्री प्रत्यय अमृत ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में कल 22,742 सैम्पल्स की जांच की गयी है और प्रतिदिन टेस्टिंग की संख्या बढ़ायी जा रही है। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर किये जा रहे उपायों एवं ऑक्सीजन सिलंेडर, टेस्टिंग किट्स, वेंटिलेटर, आई0सी0यू0 बेड्स की उपलब्धता, पाइपलाइन के माध्यम से बेड्स तक ऑक्सीजन की आपूर्ति आदि की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि कल मोबाइल एप्प लांच किया जाएगा, जिसके माध्यम से जांच पंजीकरण,नजदीकी कोविड सेंटर, टेस्टिंग रिपोर्ट, होम आइसोलेशन एवं अन्य स्वास्थ्य से संबंधित अन्य प्रष्नों की जानकारी मिल सकेगी।

समीक्षा के दौरान पटना, गया, नालंदा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चम्पारण एवं दरभंगा जिले के जिलाधिकारियों ने जिलों में तैयार किये कोविड हॉस्पिटल्स, टेस्टिंग की स्थिति, आइसोलेशन सेंटर्स पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के द्वारा मरीजों के भर्ती संबंधी परेशानियों को दूर करना, हॉस्पिटल में रोस्टर बनाकर चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता, नियंत्रण कक्ष के माध्यम से मरीजों से स्वास्थ्य संबंधी पूछताछ आदि के संबंध में जानकारी दी।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि जो भी टेस्टिंग कराने के इच्छुक हैं, उन सबकी जांच हो। एंटीजन टेस्ट के उपकरण की आपूर्ति में कमी न हो। पटना के प्रमंडलीय आयुक्त को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रोहतास, नालंदा और पटना जिलों में टेस्टिंग की संख्या और अधिक बढ़ायें।

वर्द्धमान इन्स्टीच्यूट आॅफ मेडिकल साइसेंज, पावापुरी, नालंदा में सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि मरीजों का समुचित इलाज हो सके। गया में मरीजों को कॉल कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेना, उन्हें होम आइसोलेशन के लिए दवा का किट्स उपलब्ध कराना, केयर टेकर के लिए भी दवा की व्यवस्था, मरीजों को क्या करना है और क्या नहीं करना है, प्रतिदिन कॉल करके फीडबैक लेना, जैसी इनोवेटिव व्यवस्था की तारीफ करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह व्यवस्था पूरे राज्य में लागू होनी चाहिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित जिलों में टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दें। संभावित बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए भी विशेष तैयारी रखें। आपदा राहत केन्द्रांे में एंटीजन टेस्टिंग अवष्य करायी जाय। सभी जिलों में अधिक से अधिक टेस्टिंग हो ताकि कोरोना संक्रमितों की पहचान कर उनका बचाव किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में वेंटिलेटरयुक्त आई0सी0यू0 की समुचित एवं पर्याप्त व्यवस्था रखी जाय। उन्होंने कहा कि कोविड हेल्थ सेंटर में आॅक्सीजन सुविधायुक्त बेड्स की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाय। सभी कोविड अस्पतालों में डाॅक्टर एवं पारा मेडिकल स्टाफ की प्रोटोकाॅल के अनुसार नियमित विजिट हो, यह सुनिष्चित किया जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले से टेस्टिंग और ट्रीटमेंट को बेहतर किया गया है। जिनलोगों को कोरोना संक्रमण की थोड़ी भी आशंका है, उन्हें चिकित्सकीय परामर्श जरुर उपलब्ध करायें ताकि उनमें आत्मविश्वास का भाव आये। लोगों को सजग एवं सचेत करते रहें, मास्क का प्रयोग और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए लोगों को जागरूक करते रहें। व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से कोरोना संक्रमण के इलाज से संबंधित नजदीकी हेल्थ सेंटर्स की जानकारी दें।

सभी जिलों में एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था रखें ताकि मरीजों को इलाज के लिए कोविड सेंटर तक पहुंचाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने एन0एम0सी0एच0 पटना, वर्द्धमान इन्स्टीच्यूट आॅफ मेडिकल साइसेंज, पावापुरी, नालंदा, दरभंगा के डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल, ए0एन0एम0सी0एच0 गया, इनडोर स्टेडियम गया में बनाये गये 50 बेड के कोविड हाॅस्पीटल, जी0एम0सी0एच0 बेतिया का डिजिटली अवलोकन कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पाण्डेय, सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी जिलाधिकारी, सभी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उप महानिरीक्षक, वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, चिकित्सा महाविद्यालयों के अधीक्षक/प्राचार्य गण एवं अन्य पदाधिकारी जुड़े हुए थे।

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