कोविड की तर्ज पर इंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का संचालन

कोविड की तर्ज पर इंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का संचालन

लखनऊ —- प्रदेश के विभिन्न जिलों में फैली बीमारियों पर नियंत्रण के लिए अब कोविड की तर्ज पर इंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का संचालन किया जाएगा। यहां से मरीजों को जांच, उपचार और भर्ती कराने सहित सभी तरह की निगरानी की जाएगी। मरीजों की संख्या को लेकर अधिकारी हर दिन समीक्षा करेंगे और जरूरत के मुताबिक व्यवस्थाएं बढ़ाएंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिए।

सीएम ने प्रदेश में डेंगू, वायरल फीवर, एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम सहित अन्य संक्रामक रोगों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि मरीजों को त्वरित और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। 

इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) प्रभारी बनाकर इसका उपयोग संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए भी किया जाए। डोर टू डोर सर्वे अभियान में कोविड सहित अन्य संचारी रोगों के मरीजों को चिह्नित कर उन्हें स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 सितंबर से 20 नवंबर 2021 तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने का अभियान चलाया जाएगा।

सभी जिलाधिकारी इस संबंध में पीडब्ल्यूडी, आरईएस, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, मंडी, गन्ना विकास, नगर विकास विभाग आदि से समन्वय स्थापित कर कार्रवाई करें।

मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस एवं सीएम हेल्पलाइन से संबंधित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि शिकायतों का समय से निस्तारण किया जाए। शिकायत निस्तारण में खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने चंदौली, गोरखपुर, बलिया, गाजियाबाद, आगरा, हमीरपुर, हरदोई, सीतापुर के जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को एक सप्ताह के अंदर संबंधित समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए। 

मुख्यमंत्री ने निराश्रित गो आश्रय स्थलों के संबंध में शिकायतें न मिलने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक गो आश्रय स्थल के लिए एक नोडल अधिकारी की तैनाती की जाए। 

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