• July 29, 2021

केरल उच्च न्यायालय : दो पूर्व पुलिस अधिकारियों को दो सप्ताह के लिए अंतरिम अग्रिम जमानत

केरल उच्च न्यायालय : दो पूर्व पुलिस अधिकारियों को दो सप्ताह के लिए अंतरिम अग्रिम जमानत

केरल उच्च न्यायालय ने दो पूर्व पुलिस अधिकारियों को दो सप्ताह के लिए अंतरिम अग्रिम जमानत दी, जिन्हें सीबीआई द्वारा जांच की जा रही इसरो जासूसी मामले के पहले और दूसरे आरोपी के रूप में नामित किया गया है।

न्यायमूर्ति अशोक मेनन ने पहले आरोपी एस विजयन, जिन्हें ‘स्मार्ट’ विजयन भी कहा जाता है, और दूसरे आरोपी थंपी एस दुर्गादत्त को गिरफ्तारी से पहले जमानत दी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी निर्देश पर सीबीआई द्वारा दर्ज मामले में उन्हें आरोपी के रूप में नामित किया गया था।

अदालत ने 11वें आरोपी पीएस जयप्रकाश को गिरफ्तार नहीं करने के अपने निर्देश को भी बढ़ा दिया, जो उस समय केंद्रीय खुफिया अधिकारी थे,जब इसरो जासूसी का मामला दर्ज किया गया था।

आरोप है कि विजयन द्वारा दायर एक रिपोर्ट के आधार पर वनचिपुर पुलिस स्टेशन में जासूसी मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जो पुलिस की विशेष शाखा के एक निरीक्षक थे। थंपी उस समय सब इंस्पेक्टर थे। आरोप है कि उन्होंने गलत तरीके से कबूलनामा निकाला और पुलिस हिरासत में आरोपियों के साथ मारपीट की।

याचिका में, पूर्व पुलिस अधिकारियों ने तर्क दिया है कि उन्हें झूठा फंसाया गया है और उन्होंने केवल पुलिस के सर्वोत्तम हित में काम किया है। याचिका में कहा गया है कि उनके द्वारा कोई ज्यादती नहीं की गई और जब उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया तो आरोपियों को कोई शिकायत नहीं थी।

Related post

नागालैंड के स्कूलों में लड़कियों के लिए ‘किशोरावस्था क्लब’ का गठन

नागालैंड के स्कूलों में लड़कियों के लिए ‘किशोरावस्था क्लब’ का गठन

पीआईबी (दिल्ली) — किशोरावस्था एक महत्वपूर्ण विकासात्मक चरण है, जिसमें विभिन्न चुनौतियाँ और अवसर होते हैं।…
दवा निर्माता : स्टॉप प्रोडक्शन ऑर्डर (एसपीओ), स्टॉप टेस्टिंग ऑर्डर (एसटीओ), लाइसेंस निलंबन/रद्दीकरण, चेतावनी पत्र और शोकेस नोटिस

दवा निर्माता : स्टॉप प्रोडक्शन ऑर्डर (एसपीओ), स्टॉप टेस्टिंग ऑर्डर (एसटीओ), लाइसेंस निलंबन/रद्दीकरण, चेतावनी पत्र और…

पीआईबी दिल्ली —– स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कुछ समाचार रिपोर्टों के बाद तत्काल और निर्णायक…
सिक्किम की नदियाँ खतरे में !

सिक्किम की नदियाँ खतरे में !

लखनउ (निशांत सक्सेना) —— तीस्ता -III परियोजना पर वैज्ञानिक पुनर्मूल्यांकन और लोकतांत्रिक निर्णय की माँग जब भी…

Leave a Reply