• August 13, 2018

केन्द्र-राज्य की एमएसएमई योजनाओं के समन्वयन व क्रियान्वयन

केन्द्र-राज्य की एमएसएमई योजनाओं के समन्वयन व क्रियान्वयन

जयपुर——— एमएसएमई सचिव श्री नवीन महाजन ने कहा है कि राज्य में सूक्ष्म, लघु एवं मध्य उद्योगों को और अधिक प्रोत्साहित व सवंद्रि्धत करने और युवाओं को इस क्षेत्र में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उपायों को तलाश कर योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार की एमएसएमई उद्योगों के लिए जारी योजनाओं से प्रदेश के उद्यमियों को जोड़ने के लिए उद्योग विभाग में वरिष्ठ अधिकारी को केन्द्र व राज्य सरकार और उद्यमियों के बीच पृथक से समन्वय की जिम्मेदारी दी जाएगी।

श्री महाजन सोमवार को उद्योग भवन में आयुक्त डॉ. समित शर्मा के साथ विभागीय अधिकारियों, सीआईआई और लघु उद्योग भारती के पदाधिकारियों के साथ आगामी 17 सितंबर को आयोजित होने वाले एमएसएमई डे की तैयारियों को लेकर बैठक ले रहे थे। उन्होंने बताया कि एमएसएमई दिवस पर अलग अलग सत्रों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर मंथन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए क्लस्टर आधारित एप्रोच अपनानी होगी ताकि लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों का तेजी से विकास हो और अधिकाधिक रोजगार सृजन हो सके। उन्होंने बताया कि जेम पोर्टल के खरीद का सीधा सीधा लाभ एमएसएमई उद्योगों को मिलता है।

उद्योग आयुक्त सचिवडॉ. सुमित शर्मा ने कहा कि औद्योगिक, आर्थिक व समन्वित विकास में लघु, सूक्ष्म एवं मध्य उद्योगों की प्रमुख भूमिका है। उन्होेंने बताया कि केन्द्र सरकार के ई मार्केट को अपनाने वाला राजस्थान दूसरा प्रदेश है और सरकारी खरीद में एमएसएमई उद्योगों को प्राथमिकता देने का स्पष्ट प्रावधान है।

डॉ. शर्मा ने बताया कि एमएसएमई दिवस पर आयोजित समारोह में राज्य स्तरीय उद्योग रत्न पुरस्कारों से भी नवाजा जाएगा। उन्होंने बताया कि उद्योग रत्न पुरस्कारों के लिए 23 अगस्त तक संबंधित जिला उद्योग केन्द्र पर निर्धारित प्रपत्र में आवेदन किया जा सकता है।

लघु उद्योग भारती के श्री ओ पी मित्तल और महेन्द्र खुराणा ने मंथन सत्रों की रुपरेखा बताई। सीआईआई के श्री नितिन गुप्ता ने कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में आवश्यक सुझाव दिए। इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक श्री डीसी गुप्ता, श्री पीके जैन, संयुक्त निदेशक श्री अविन्द्र लढ़ढा, श्री संजीव सक्सैना, श्री एसएस शाह, श्री सीएल वर्मा, महाप्रबंधकों में जयपुर श्री आरके आमेरिया, अजमेर श्री सीबी नवल, जोधपुर श्री सीताराम मीणा, कोटा श्री योगेश नारायण माथुर, उदयपुर श्री विपुल जानी, अलवर श्री डीडी मीणा, वितीय सलाहकार श्री हरिसिंह मीणा, उपनिदेशक श्री एसएल पालीवाल आदि ने सुझाव दिए।

Related post

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

एड. संजय पांडे — शिवगिरी मठ सभी दलों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखता है। वार्षिक…
हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी इमारतों को हिला दिया

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी…

बीजिंग/काठमांडू 7 जनवरी (रायटर) – चीनी अधिकारियों ने कहा  तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से…
1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति : सर्वोच्च न्यायालय

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति…

सर्वोच्च न्यायालय ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की उस याचिका पर विचार करने पर सहमति जताई…

Leave a Reply