- November 24, 2015
कृषि मंत्रालय : वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय का निरीक्षण – श्री राधा मोहन सिंह,केन्द्रीय मंत्री
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री राधा मोहन सिंह, द्वारा वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय, फरीदाबाद का निरीक्षण आज किया गया। इस दौरान श्री सिंह ने निदेशालय के सभी प्रभागों के कार्यक्रमों की समीक्षा की। निदेशालय द्वारा आई.पी.एम. कृषक खेत पाठशालाओं के आयोजन की सराहना की और इस कार्यक्रम को राज्य सरकारों के साथ मिलकर और आगे बढ़ाने पर विशेष बल दिया। कीटनाशकों के पंजीकरण को निदेशालय द्वारा ऑनलाइन करने के प्रयास को सराहा। केन्द्रीय मंत्री ने धारा 9(3) के अन्तर्गत आने वाले पंजीकरण के आवेदनों को भी ऑनलाइन करने के लिए निर्देश दिया और बताया कि इस कदम से निदेशालय में और भी ज्यादा पारदर्शिता आयेगी।
केन्द्रीय मंत्री ने इस बात का विशेष रूप से संज्ञान लिया कि विगत डेढ़ वर्षों में 51,594 कीटनाशक पंजीकृत किए गए, जबकि उससे पिछले चार वर्षों में कुल 21,741 कीटनाशक पंजीकृत हुए। विनियामकों के माध्यम से कीटनाशक लाइसेंस व्यवस्था के नवीनीकरण व्यवस्था की समाप्ति, कीटनाशक निर्माता एवं डीलरों की शैक्षिक योग्यता का निर्धारण, निर्यात और जैव कीटनाशकों की पंजीकरण प्रक्रिया का सरलीकरण एवं जैव कीटनाशकों के पंजीकरण में वृद्धि कि भी जानकारी केन्द्रीय मंत्री जी को दी गई ।
निदेशालय के वनस्पति संगरोध विभाग द्वारा 57 केन्द्रों के माध्यम से कृषि उत्पादों के निर्यात एवं आयात में किए जा रहे कार्यकलापों की जानकारी दी। पारदर्शिता एवं शीघ्र निष्पादन हेतु वनस्पति संगरोध को ऑनलाइन करने को महत्वपूर्ण प्रयास बताया। फल, सब्जियों के निर्यात के लिए नई प्रणाली की वजह से आम पर लगे यूरोपियन संघ द्वारा प्रतिबंध को हटाया जाना विभाग की एक बड़ी उपलब्धि बताई। इस नई व्यवस्था से यूरोपीय देशों द्वारा बताई गई अपालन संख्या वर्ष 2013-14 में 277 से घटकर 2014-15 में केवल 56 रह गयी। कृषि उत्पाद आयातों में इस विभाग द्वारा वर्ष 2014-15 में पकड़े गये 61 मामलों कि भी उन्हें जानकारी दी गई । श्री सिंह ने निदेशालय के कार्यालयों, केन्द्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला, केन्द्रीय कीटनाशी बोर्ड एवं पंजीकरण समिति के सचिवालय, केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र, में जाकर निरीक्षण किया।
श्री सिंह ने हाल ही में नवीकृत किसान आवास का उद्घाटन किया। इस किसान आवास में 40 किसानों के रहने की समुचित व्यवस्था है। इस अवसर पर मंत्रीजी दवारा केंद्रीय कीटनाशी प्रयोगशाला परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया । निदेशालय के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मंत्री जी ने निदेशालय के कार्यों को कृषि के उत्थान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और किए जा रहे कार्यों में और तेजी लाने पर बल दिया।
इससे पहले निदेशालय के प्रमुख, डॉ. एस.एन. सुशील, वनस्पति संरक्षण सलाहकार द्वारा निदेशालय के कार्यकलापों एवं उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर श्री उत्पल कुमार सिंह, संयुक्त सचिव (वनस्पति संरक्षण), कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग, डॉ. पी.के. चक्रवर्ती, सहायक महानिदेशक (वनस्पति संरक्षण) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद एवं निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।