- November 6, 2014
कृषि मंत्रालय : भारत और न्यूजीलैंड द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने पर सहमत
कृषि मंत्री ने बताया कि भेंड़ के लिए पाश्चर प्रबंधन, मांस के लिए उपयोग में आने वाली प्रजाति के भेंड़ के प्रबंधन के क्षेत्र में वैज्ञानिकों के आदान-प्रदान और सरकारी भेंड़ फार्मों के विशेषज्ञों के आदान-प्रदान कार्यक्रम में भी भारत इच्छुक है।
भारत से न्यूजीलैंड को होने वाले निर्यात में वृद्धि पर जोर देते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि लहसुन, अंगूर, गेहूं, मूंगफली, चीनी आदि जैसी कृषिगत जिंसों के भारत से न्यूजीलैंड में आयात की काफी संभावना है। इसलिए दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने प्राथमिक आधारित क्षेत्रों में सहयोग के लिए विधिवत संस्थागत कार्यक्रम स्थापित करने की जरूरत पर भी जोर दिया। श्री सिंह ने एक मुक्त व्यापार समझौते और व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते के लिए व्यवहार्यता के मूल्यांकन की दिशा में दोनों देशों के बीच आयोजित नौ दौर की वार्ताओं की चर्चा की। उन्होंने कहा कि फाइटोसैनीटरी मुद्दे के समाधान के लिए बढ़-चढ़कर काम करना दोनों देशों के लिए आवश्यक है। न्यूजीलैंड के लिए प्राथमिक उद्योग मंत्री श्री नाथान गाई ने बताया कि न्यूजीलैंड भारत के साथ सूचना प्रौद्योगिकी, आतिथ्य और पर्यटन के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता को पहले से ही साझा कर रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि न्यूजीलैंड एक मुक्त व्यापार समझौता कायम करने की दिशा में अपने स्तर से जोरदार प्रयास करेगा।
श्री राधा मोहन सिंह ने न्यूजीलैंड से आग्रह किया कि वह इंडियन इम्यूनोलॉजिकल लिमिटेड नामक एक भारतीय कंपनी को स्थापित करने में अपना सहयोग दे, जो टीकाकरण के माध्यम से मवेशियों की बीमारियों के नियंत्रण के लिए काम करेगी। श्री सिंह ने 2015 में क्रिकेट विश्व कप के बड़े आयोजन में न्यूजीलैंड की बड़ी सफलता की कामना की।