कृषि ऋण माफी योजना—20 हजार 771 किसानों का 56 करोड़ रूपये से अधिक कृषि ऋण माफ

कृषि ऋण माफी योजना—20 हजार 771 किसानों का 56 करोड़ रूपये से अधिक कृषि ऋण माफ

अम्बिकापुर ——–छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए किसानों के अल्प कालीन कृषि ऋण माफी एवं धान के समर्थन मूल्य में वृद्धि के निर्णय से सीमांत, लघु एवं मध्यम वर्ग के किसानों को दोहरा फायदा हुआ है।

सरकार के अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना से किसानों को कर्ज की चिंता से मुक्ति मिली है वहीं धान के समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी से किसान आर्थिक रूप से सषक्त हुए हैं। सरगुजा जिले में अल्प कालीन कृषि ऋण माफी योजना के तहत 20 हजार 771 किसानो का 56 करोड़ 25 लाख 56 हजार रूपये माफ किया गया।

धान के समर्थन मूल्य 25 सौ रूपये प्रति क्विंटल की दर से 25 हजार 424 किसानों को 3 सौ 74 करोड़ 44 लाख 25 हजार रूपये का भुगतान किया गया। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित अम्बिकापुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2018-19 हेतु जिले में 27 सहकारी समितियों में 20 हजार 771 किसानों का अल्पकालीन कृषि ऋण राषि 56 करोड़ 25 लाख 56 हजार की दावा राशि अपेक्स बैंक से प्राप्त किया गया है।

वर्ष 2018-19 हेतु जिले के 27 सहकारी समितियों के माध्यम से 25 हजार 424 किसाानों से 1 लाख 49 हजार 777 मैट्रिक टन धान खरीदी कर 374 करोड़ 44 लाख 25 हजार रूपये का भुगतान किया गया है।

अम्बिकापुर जनपद अंतर्गत नर्मदापारा ग्राम के किसान श्री चमर साय पैकरा के पास 4.50 एकड़ कृषि भूमि है। श्री पैकरा प्रति वर्ष कृषि कार्य के लिए लगभग 10 हजार रूपए का ऋण लेते हैं। श्री पैकरा ने बताया कि कृषि ऋण माफ होने पर परिवार के सभी सदस्यों की छोटी-छोटी जरूतों को पूरा करने में मदद मिला है।

रनपुरखुर्द ग्राम के किसान श्री प्रभु राम पैकरा के पास 4.50 एकड़ कृषि भूमि है तथा वे प्रतिवर्ष लगभग 21 हजार रूपए का कृषि ऋण लिए थे। श्री पैकरा ने बताया कि ऋण माफी से बैंक का कर्ज पटाना नहीं पडा तथा 2500 रूपये समर्थन मूल्य मे धान की विक्री कर अतिरिक्त आय में भी वृद्धि हुई है।

उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित सहकारी बैंको एवं छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक में समस्त किसानों के 23 नवम्बर 2018 तक का अल्पकालीन कृषि ऋण माफ करने का निर्णय लिया गया है।

इस निर्णय के साथ ही 01 नवम्बर 2018 से 30 नवम्बर 2018 के मध्य लिंकिंग या नगद के रूप में चुकाये गये ऋणों की राशि भी माफ किये गये हैं।

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