कुपोषण –योजनाबद्ध तरीके से पूर्ण करायें- कलेक्टर

कुपोषण –योजनाबद्ध तरीके से पूर्ण करायें- कलेक्टर

उत्तर बस्तर (कांकेर) जनसंपर्क विभाग————— महिला एवं बाल विकास विभाग की सतत् सीख प्रशिक्षण के दौरान कलेक्टर श्री टामन सिंह सोनवानी ने गत 23 नवम्बर को जिला कार्यक्रम अधिकारी की उपस्थिति में जिला कार्यालय के सभाकक्ष में समीक्षा बैठक ली।

उन्होंने जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारियों और पर्यवेक्षिकाओं को समीक्षा बैठक लेते हुए कहा कि जिले में बच्चों की कुपोषण के प्रतिशत में कमी लाने योजनाबद्ध तरीकों के साथ प्रत्येक पंचायतों में सरपंच एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक लेकर कुपोषण में कमी लाने का पूरा प्रयास करें। कलेक्टर ने समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों का वजन लेकर उनके ग्रोथ का जानकारी ली जाती है। कोई भी बच्चे को बीमारी होने पर उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती करायें।

उन्होंने कहा कि 09 से 18 नवम्बर तक जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों की वजन लेकर त्यौहार मनाया गया है। इसके लाभ कमजोर बच्चों को शतप्रतिशत मिलने की बात कही। कलेक्टर ने पर्यवेक्षिकाओं को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों को बिमारी के दौरान शिशु आहार विषय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसका लाभ जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को मिल सके।

उन्होंने समीक्षा करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में दिए जाने वाली रेडी टू ईट का निर्माण स्व सहायता समूहांे के माध्यम से बनाई जा रही है कोई भी समूह गुणवत्ता युक्त नहीं बनाये जाने पर उसका प्रस्ताव बनाकर सूचित करें तथा उन्हें कार्यवाई करते हुए रेडी टू ईट निर्माण के कार्य से पृथक किया जाएगा।

आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चों को दी जाने वाली रेडी टू ईट और गरम भोजन को साफ-सफाई और पौष्टिक युक्त बनाकर समय पर खिलाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सोनवानी ने कहा कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों के शतप्रतिशत बच्चों को चिरायु योजना के तहत स्वास्थ्य परीक्षण करायें तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रत्येक मंगलवार को बच्चों की टीकाकरण करायें। उन्होंने कहा कि पीने के पानी को उबाल कर छान कर रखें तथा आंगनबाड़ी के बच्चों को आवश्यकतानुसार समय समय पर पिलायें।

कलेक्टर ने पर्यवेक्षिकाओं से आंगनबाड़ी में शौचालय निर्माण और उपयोगिता के बारे में जानकारी ली। आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्भवती माताओं को दी जाने वाली मुख्यमंत्री महतारी जतन योजना के तहत पौष्टिक गरम भोजन को गुणवत्तायुक्त बनाये तथा उसे नियमित रूप से आंगनबाड़ी में समय पर वितरण करने निर्देश दिए। बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में अनौपचारिक शिक्षा के साथ साथ व्यव्हारिक ज्ञान की शिक्षा भी दें और बच्चों को शौचालय का उपयोग कराने की जानकारी भी सिखायें।

बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एच.आर.राणा, परियोजना अधिकारी अंतागढ़ श्रीमती एम.उईके, दुर्गूकोन्दल श्रीमती सुचित्रा नेताम, कोयलीबेड़ा श्री नबयल स्माईल सहित समस्त पर्यवेक्षिकाएं उपस्थित थीं।

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